आखिरी तारीख भी गई, कब खरीदेंगे 2345 किसानों का बाजरा

आखिरी तारीख भी गई आखिरकार कब खरीदा जाएगा हमारा बाजरा। यह सवाल उन 2345 किसानों द्वारा बार-बार उठाया जा रहा है जिनका बाजरा बेचने का नंबर नहीं आया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 04:15 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 05:42 PM (IST)
आखिरी तारीख भी गई, कब खरीदेंगे 2345 किसानों का बाजरा
आखिरी तारीख भी गई, कब खरीदेंगे 2345 किसानों का बाजरा

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: आखिरी तारीख भी गई, आखिरकार कब खरीदा जाएगा हमारा बाजरा। यह सवाल उन 2345 किसानों द्वारा बार-बार उठाया जा रहा है, जिनका बाजरा बेचने का नंबर नहीं आया है। इन किसानों को सरकार की तरफ से जारी होने वाले शेड्यूल का इंतजार है। अधिकारी इस मामले में चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि जो भी निर्देश जारी होने हैं, वह चंडीगढ़ से ही होने हैं। 45 हजार किसानों से खरीद हुई, इनका क्या कुसूर

जिला में करीब 48 हजार किसानों ने बाजरा खरीद के लिए पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया था। 1 अक्टूबर से बाजरा की खरीद भी शुरू हो गई थी। कोरोना के चलते शुरुआत में बाजरा खरीद बेहद धीमी हुई। 100 से 200 किसानों की ही रोजाना खरीद की गई लेकिन इसके बाद लगातार किसानों की ओर से आवाज उठाई गई तो धीरे-धीरे खरीद के लिए किसानों की तादाद भी बढ़ा दी गई।

प्रदेश सरकार की ओर से 15 नवंबर तक बाजरा खरीदने का निर्णय लिया गया था लेकिन तब तक हजारों किसान शेष रह गए थे जिनका एक बार भी बाजरा नहीं खरीदा जा सका था। किसानों की समस्या को देखते हुए खरीद को 27 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया। 15 नवंबर के बाद एक-दो दिन तो मंडियों में खरीद की गई लेकिन फिर भौतिक सत्यापन के नाम पर खरीद को बंद कर दिया गया।

कृषि विकास अधिकारियों के माध्यम से बचे हुए किसानों के घर भेजकर उनका बाजरा का स्टाक जांचा गया। इसके बाद उम्मीद थी कि दो दिन खरीद खोलकर किसानों का सारा बाजरा खरीद लिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 27 नवंबर भी निकल गया और पूरा महीना खत्म हो गया। अंतिम तारीख गए हुए भी चार दिन से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन बचे हुए किसानों को बाजरा खरीद के लिए नहीं बुलाया गया है। 2345 किसानों का बाजरा खरीदा जाना बाकी

48 हजार में से 45 हजार से अधिक किसानों का बाजरा खरीदा जा चुका है। अब महज 2345 किसानों का बाजरा खरीदा जाना है। इन किसानों के पास करीब 45 हजार क्विटल बाजरा ही बचा हुआ है, जिसकी खरीद होनी है। हैरान करने वाली बात यह है कि लाखों क्विटल बाजरा खरीदने के बाद महज 45 हजार क्विटल बाजरे के लिए सरकार किरकिरी करा रही है। यहां बता देना जरूरी है कि रेवाड़ी व बावल मंडी में जहां करीब 6 लाख क्विटल बाजरा खरीदा जा चुका है वहीं कोसली मंडी में भी 4 लाख क्विटल से अधिक बाजरा खरीदा जा चुका है। सीधे तौर पर कहा जाए तो 10 लाख क्विटल से अधिक बाजरा अभी तक खरीदा जा चुका है, जबकि पिछले साल इससे आधा बाजरा भी नहीं खरीदा गया था। मेरे घर आकर कृषि विभाग के अधिकारी सत्यापन भी करके जा चुके हैं, इसके बावजूद भी आजतक मेरा नंबर नहीं आया है। 27 नवंबर, जो अंतिम तारीख निर्धारित की गई थी, वह भी जा चुकी है। अब पता नहीं खरीद होगी या नहीं।

-दशराम, बैरियावास मैंने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर 14 एकड़ का पंजीकरण कराया था लेकिन 7 एकड़ का ही पंजीकरण किया गया। पटवारी के पास जाने के अतिरिक्त उपायुक्त के पास भी गुहार लगाई गई लेकिन न रकबा ठीक हुआ और न ही बाजरा खरीदा गया। बाजरा घर पर भरा हुआ है। आजतक मैसेज आने का इंतजार है।

-अश्विनी, करावरा मानकपुर बाजरा खरीद को लेकर शेड्यूल चंडीगढ़ से ही जारी होना है। अभी इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं आई है। शेड्यूल जारी होने पर ही किसानों का बाजरा खरीदा जाएगा।

-अशोक रावत, खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी बाजरा खरीद को लेकर जैसे ही शेड्यूल आएगा हम खरीद को लेकर तैयार हैं। मंडी में सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। किसानों के मोबाइल पर ही मैसेज आना है क्योंकि इस बार चंडीगढ़ से ही सबकुछ डील हो रहा है।

-सत्यप्रकाश यादव, सचिव मार्केट कमेटी

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