1,265 जगह मिला लार्वा, महज 75 जगह फागिग हुई
डेंगू को लेकर जिले में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। रोजाना बड़ी तादाद में मरीज सामने आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: डेंगू को लेकर जिले में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। रोजाना बड़ी तादाद में मरीज सामने आ रहे हैं। हालांकि सरकारी आंकड़ों में मरीजों की जो संख्या दिखाई जा रही है वह बेहद कम है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को जिले में डेंगू के कंफर्म मरीजों की संख्या 59 हो गई है। रविवार को जिले में 56 कंफर्म मरीज थे। डेंगू से चार लोगों की मौत की सूचना स्वास्थ्य विभाग के पास पहुंच चुकी है, लेकिन अभी आडिट नहीं हो पाया है।
फागिग को लेकर बरती जा रही लापरवाही: स्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद के ऊपर शहर व गांव में फागिग कराने की जिम्मेदारी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक आधिकारिक तौर पर 1,265 ऐसे लोगों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं जिनके घर एवं प्रतिष्ठान पर डेंगू का लार्वा पाया गया। इससे स्पष्ट है कि डेंगू का डंक तेजी से बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर अभी तक महज 75 जगहों पर ही फागिग कराई जा सकी है। ऐसे हालातों में फागिग को लेकर बरती जा रही लापरवाही ही भारी पड़ रही है।
निजी अस्पतालों में बेड फुल: स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बेशक जिले में डेंगू के 59 मरीज ही दिखा रहे हैं, लेकिन निजी अस्पताल डेंगू के मरीजों से फुल हैं। न तो स्वास्थ्य विभाग निजी अस्पतालों से डेंगू के मरीजों की जानकारी लेने में गंभीरता दिखा रहा है और न ही निजी अस्पताल स्वास्थ्य विभाग को पूरी जानकारी दे रहे हैं। अगर गंभीरता से डाटा जुटाया जाए तो जिले में डेंगू के सैकड़ों की तादाद में मरीज है। गुरुग्राम, जयपुर व दिल्ली के अस्पतालों में भी बड़ी तादाद में जिले के लोग भर्ती हैं। जिन चार लोगों की डेंगू से मृत्यु की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास पहुंची है वह सभी अलग-अलग निजी अस्पतालों में ही भर्ती थे।
14 मरीजों का पता ही नहीं चल पा रहा: डेंगू के जो 59 मरीज कंफर्म हुए हैं उनमें से 14 मरीजों का तो विभाग को पता ही नहीं चल पा रहा है कि ये कहां पर भर्ती हैं। कुछ मरीज जहां दूसरे प्रदेशों व जिलों के हैं वहीं कुछ ने अपना पता ही गलत लिखवाया हुआ है।
पिछले दो सालों के मुकाबले इस बार प्रकोप अधिक
वर्ष डेंगू मरीज
2018 118
2019 27
2020 39
2021 59 अब तक डेंगू से बचाव को लेकर विभाग पूरी तरह से सतर्क है। जहां भी लार्वा पाया जा रहा है वहां फागिग कराई जा रही है। निजी अस्पतालों से भी लगातार रिपोर्ट ली जा रही है। जो निजी अस्पताल डेंगू मरीजों की जानकारी छिपा रहे हैं उनपर कार्रवाई की जाएगी।
-डा. विजयप्रकाश, डेंगू नोडल अधिकारी