15 एकड़ में बनेगा इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविग एंड ट्रैफिक रिसर्च सेंटर

सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने तथा वाहन चलाने की ट्रेनिग देने के लिए जिले में शीघ्र ही इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आइडीटीआर) की स्थापना की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 07:30 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:30 PM (IST)
15 एकड़ में बनेगा इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविग एंड ट्रैफिक रिसर्च सेंटर
15 एकड़ में बनेगा इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविग एंड ट्रैफिक रिसर्च सेंटर

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने तथा वाहन चलाने की ट्रेनिग देने के लिए जिले में शीघ्र ही इंस्टीट्यूट आफ ड्राइविग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आइडीटीआर) की स्थापना की जाएगी। क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा दिल्ली-जयपुर हाईवे के निकट आइडीटीआर के लिए जमीन चिह्नित की गई है। आरटीए सचिव गजेंद्र कुमार द्वारा सेंटर की स्थापना को लेकर प्रोजेक्टर तैयार कर विभाग को भेजा गया है। 15 एकड़ में बनेगा आइडीटीआर जिले में बनने वाले आइडीटीआर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। गांव चांदूवास-आनंदपुर के निकट क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा 15 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। यह जमीन फिलहाल खाली पड़ी हुई है। यहां बनने वाले सेंटर में ट्रेनिग प्रोग्राम चलाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त ड्राइविग लाइसेंस, उनकी प्रक्रिया, ड्राइविग सेफ्टी के लिए हेंड सिग्नल, ट्रैफिक सिग्नल, यातायात नियम, सुरक्षित ड्राइविग की जानकारी, मरम्मत, पर्यावरण को लेकर ध्यान देने योग्य जानकारियां तथा दुर्घटना होने की स्थिति में बचाव कार्य का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सेंटर में में चौक-चौराहों पर ट्रेफिक कंट्रोल के लिए लगने वाली लालबत्ती, स्पीड ब्रेकर, जेब्रा क्रासिग, यू टर्न व रेलवे क्रासिग आदि से संबंधित सिग्नल डिस्प्ले किए जाएंगे तथा चालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त हादसों का कारण बनने वाली सड़कों की खामियों व हादसों के कारणों पर भी रिसर्च होगा। प्रशिक्षण व रिसर्च के लिए सेंटर में विशेषज्ञों की नियुक्ति भी की जाएगी। ट्रेनिग के नाम पर होती है खानापूर्ति प्रदेश सरकार ने लाइसेंस बनवाने वालों के लिए इसी वर्ष फरवरी से यातायात की ट्रेनिग लेना अनिवार्य कर दिया है। बिना ट्रेनिग के किसी भी आवेदक को लाइसेंस जारी नहीं किया जाएगा। सरकारी ट्रेफिक ट्रेनिग सेंटर नही होने के कारण लाइसेंस के आवेदकों को निजी केंद्रों पर ट्रेनिग लेनी पड़ रही है। निजी केंद्रों पर ट्रेनिग के नाम पर मनमानी फीस वसूली जा रही है और प्रशिक्षण के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। लेकिन आरटीए द्वारा बनाए जाने वाले आइडीटीआर में अत्याधुनिक ट्रेक, होस्टल व मेस भी स्थापित किया जाएगा। आवेदक यहीं रह कर विशेषज्ञों की देख-रेख में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।

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आइडीटीआर के लिए दिल्ली-जयपुर हाईवे पर चांदूवास-आनंदपुर के निकट जमीन चिह्नित की है। आगे की प्रक्रियाएं चल रही हैं। हम लगातार इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे है।

-गजेंद्र कुमार, सचिव, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण

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रेवाड़ी में बनने वाला आइडीटीआर अत्याधुनिक होगा। इस बाबत परिवहन विभाग के प्रधान सचिव शत्रुजीत कपूर के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिग में चर्चा भी हुई है तथा मैस व हास्टल बनाने का विशेष आग्रह किया गया है। शीघ्र ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा।

-यशेंद्र सिंह, उपायुक्त

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