31 दिसंबर तक कराएं मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण
प्रदेश सरकार द्वारा रबी की फसले न्यूनतम समर्थन मूल्य (सरकारी रेट) पर बेचने के लिए किसानों द्वारा मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल फसल एचआरवाइ डाट इन पर 31 दिसंबर तक पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: प्रदेश सरकार द्वारा रबी की फसलें जैसे सरसों, गेहूं, चना, जौ आदि न्यूनतम समर्थन मूल्य (सरकारी रेट) पर बेचने के लिए किसानों द्वारा मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल फसल एचआरवाइ डाट इन पर 31 दिसंबर तक पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल से संबंधित जानकारी देने के लिए विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की टीम गठित की गई है जो शेड्यूल अनुसार गांवों में जाकर योजना के बारे में किसानों को जागरूक करेगी तथा पोर्टल पर पंजीकरण में मदद करेंगी।
उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने बताया कि यह टीमें 12 दिसंबर को गांव धामलावास, झांझनवास, घुड़कावास, लिसाना, खरखड़ी, कमालपुर, फतेहपुरी, खलियावास, तुर्कियावास, बुडाना, खेडा मुरार, सुठानी, कनुका, कालडावास, रघुनाथपुरा, शेखपुर, जडथल, लाधुवास, गुर्जर, टांकडी, नरसिंहपुर गढी, भादौज, बिशनपुरा, माखरिया, गोलियाकी, आलियावास, मामडिया आसमपुर, अहरोद, बासदूदा, बालधन कलां, बालधन खुर्द, झाडूवास, हालूहेड़ा, बिजारीपुर, गुरावडा, नठेडा, कोसली, सुरेहली, लूला अहीर गांवों में किसानों को जागरूक करेंगी।
उन्होंने बताया कि यह टीम 13 दिसंबर को गांव डूमावास, गोकलगढ, बीकानेर, गंगायचा अहीर, गजीवास, देवलावास, असदपुर, निगानियावास, बुड़ानी, सुनारिया, गुजरीवास, जलालपुर, आरामनगर, बहरामपुर भडंगी, तिहाड़ा, नांगल तेजू, भूड़ला, संगवाड़ी, राजगढ़, धारन, झाबुआ, बीर झाबुआ, राजियाका, पुंसिका, कढू उर्फ भवानीपुर, मामड़िया अहीर, नांगल जमालपुर, ऊंचा, मौतला कलां, मौतला खुर्द, ढोकिया, नैनसुखपुरा, कन्हौरा, कन्हौरी, भाकली, श्यामनगर, गुडियानी, गुगोढ, खेडी और नांगल भगवानपुर और 14 दिसंबर को गांव बूढपुर, गिदोखर, गंगायचा जाट, नयागांव, छुरियावास, निखरी, मोलावास, ततारपुर इस्तमुरार, माढिया कलां, लालपुर, गोविदपुर, साबन, नांगल उगरा, टिकला, माजरी दूधा, पांचौर, मंगलेश्वर, काठूवास, भांडोर, गुमीना, मामडिया ठेठर, गोविदपुरी, सीहा, चिताडूंगरा, कहाड़ी, खुशपुरा, बोडिया कमालपुर, राजपुरा खालसा, गाधला, हांसावास, भूरथला, जाहिदपुर, कान्हड़वास और शादीपुर गांवों में मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल के बारे में किसानों को जागरूक करेगी।