फर्जी आधार कार्ड तैयार कर सिम खरीदने वाले पांच आरोपित गिरफ्तार

चौपानकी पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड तैयार कर सिम खरीदकर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 07:01 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 05:11 AM (IST)
फर्जी आधार कार्ड तैयार कर सिम खरीदने वाले पांच आरोपित गिरफ्तार
फर्जी आधार कार्ड तैयार कर सिम खरीदने वाले पांच आरोपित गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, भिवाड़ी : चौपानकी पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड तैयार कर सिम खरीदकर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से दो लैपटाप, एक प्रिटर, दो बायोमैट्रिक मशीन, एक एटीएम स्वैप मशीन, दस फर्जी आधार कार्ड, पांच मोबाइल व एक क्रेटा कार बरामद की है।

भिवाड़ी एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि सूचना मिली कि सारेकलां गांव निवासी गुरमीत सिंह ओएलएक्स पर धोखाधड़ी करने वालों को बड़ी संख्या में सिम बेच रहा है। पुलिस ने सत्यापन करवाया तो पता चला कि जिला पलवल के गांव उटावड निवासी रोबिन खान व नूंह जिले के गांव भादस निवासी आबिद खान यहां के गांव बहादरी निवासी बलकार सिंह व कहरानी निवासी गौरव ई-मित्र सेंटर संचालक से फर्जी आधार कार्ड तैयार करवाकर गुरमीत सिंह से बड़ी संख्या में सिम खरीद रहे हैं। पुलिस ने उच्चाधिकारियों व संबंधित कंपनियों को सूचना दी गई, जिसे कंपनियों ने जांच में सही पाई गई। सांथलका निवासी मनीष कुमार गुर्जर ने 24 अक्टूबर को चौपानकी थाने में 700 रुपये में फर्जी सिम बेचने का आरोप लगाते हुए शिकायत भी दर्ज कराई थी। सूचना मिली कि रोबिन व आबिद चौपानकी इलाके में दुकानों से फर्जी सिम खरीदने आए हुए हैं। पुलिस ने राबिन व आबिद को चौपानकी के गंधोला मोड़ से गिरफ्तार कर 44 सिम, 2 मोबाइल, एक-एक एटीएम स्वैप व बायोमैट्रिक मशीन बरामद कर ली। पूछताछ के बाद सारेकलां गांव से गुरमीत सिंह, गौरव व बलकार सिंह को गिरफ्तार कर एक लैपटॉप व प्रिटर व बायोमेट्रिक मशीन व 5 फर्जी आधार कार्ड बरामद भी बरामद कर लिए। ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा

भिवाड़ी एसपी ने बताया कि ई-मित्र सेंटर के पास ग्राहक खाता खुलवाने, रुपये निकालने, बैलेंस चेक करने या सिम खरीदने जाते हैं। ई-मित्र संचालक पहले से फर्जी आधार कार्ड से खरीदी हुई सिम रखते हैं और ग्राहक के दुकान पर आने के बाद उनसे आधार नंबर प्राप्त कर लेते। ग्राहकों के फिगर प्रिट का इस्तेमाल कर फर्जी सिम पर केवाइसी खाता खोल लेते हैं। इस खाते का प्रयोग ओएलएक्स व अन्य तरीके से ठगी की रकम डलवाने के लिए करते हैं। इसके अलावा आधार कार्ड की फोटोकॉपी करते समय आधार की कापी और नंबर अपने पास रख लेते हैं। इसके बाद कंप्यूटर व लैपटॉप में विभिन्न एप्लिकेशन में जाकर आधार कार्ड से वास्तविक धारक की फोटो, नाम व पता बदल लेते हैं तथा फर्जी आधार कार्ड तैयार कर बेच देते हैं।

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