लाभार्थियों को दी 585.37 लाख की वित्तीय सहायता

अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डा. बनवारी लाल ने बताया कि हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम ने चालू वित्त वर्ष के दौरान नवंबर 2021 तक विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 881 लाभार्थियों को 585.37 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया करवाई है जिसमें 54.95 लाख रुपये की सब्सिडी तथा 27.06 लाख रुपये मार्जिन मनी के रूप में दिया जाना शामिल है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 04:14 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 04:14 PM (IST)
लाभार्थियों को दी 585.37 लाख की वित्तीय सहायता
लाभार्थियों को दी 585.37 लाख की वित्तीय सहायता

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डा. बनवारी लाल ने बताया कि हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम ने चालू वित्त वर्ष के दौरान नवंबर 2021 तक विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 881 लाभार्थियों को 585.37 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया करवाई है। इसमें 54.95 लाख रुपये की सब्सिडी तथा 27.06 लाख रुपये मार्जिन मनी के रूप में दिया जाना शामिल है।

अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने सरकार के सात साल बेमिसाल थीम के तहत विकासात्मक जानकारी देते हुए बताया कि निगम द्वारा अनुसूचित जाति से संबंधित लोगों को विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत ऋण मुहैया करवाया जाता है ताकि वह अपना कारोबार और स्वरोजगार स्थापित कर सकें। कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र के अंतर्गत 522 लाभार्थियों को डेरी फार्मिंग, भेड़ पालन, सुअर पालन और झोटा-बुग्गी के लिए 295.85 लाख रुपये का ऋण उपलब्ध करवाया गया है। इनमें से 268.27 लाख रुपये बैंक ऋण, मार्जिन मनी 0.27 और 27.31 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में जारी किए गए हैं। इसी तरह, औद्योगिक क्षेत्र के लिए 21 लाभार्थियों हेतु 7.87 लाख रुपये बैंक ऋण, मार्जिन मनी 1.04 और 1.44 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में जारी किए गए हैं। इसी प्रकार, व्यापार और कारोबार क्षेत्र के अंतर्गत 312 लाभार्थियों को 257.37 लाख रुपये की राशि मुहैया करवाई गई, जिसमें से 205.87 लाख रुपये बैंक ऋण, 25.80 लाख रुपये सब्सिडी और 25.70 लाख रुपये मार्जिन मनी के रूप में जारी किए गए हैं।

पेशेवर और स्वरोजगार क्षेत्र के तहत एक लाभार्थी को 0.50 लाख रुपए की सहायता मुहैया करवाई गई है। राष्ट्रीय अनुसूचित वित्त एवं विकास निगम की सहायता से लघु व्यवसाय योजना के तहत इस अवधि के दौरान दो लाभार्थियों को 1.20 लाख रुपये जारी किए गए। इसमें राष्ट्रीय अनुसूचित वित्त एवं विकास निगम का प्रत्यक्ष ऋण हिस्सा 90 हजार रुपये और हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम का प्रत्यक्ष हिस्सा 10,000 रुपये है। इसके अतिरिक्त, 20,000 रुपये की सब्सिडी भी वितरित की गई।

chat bot
आपका साथी