फसल सत्यापन में जमकर हुई गड़बड़ी: भटक रहे किसान
खरीफ फसल के सत्यापन (क्राफ एरिया वेरिफिकेशन) को लेकर बड़ी गड़बड़ियां सामने आ रही हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: खरीफ फसल के सत्यापन (क्राफ एरिया वेरिफिकेशन) को लेकर बड़ी गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। सत्यापन के लिए गांवों में भेजे गए कर्मचारियों ने इस कदर लापरवाही बरती है कि कहीं किसानों की फसल का रकबा बदल दिया गया तो कहीं फसल ही बदल दी गई। अब आलम यह है कि किसानों को अपनी फसल का ब्योरा सही कराने के लिए अधिकारियों के पास चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। ऐसे में कहीं न कहीं फसल सत्यापन करने वाले कर्मचारियों की लापरवाही साफ तौर पर उजागर हो रही है।
केस एक: अरहर की जगह दिखा दी बाजरे की फसल
गांव रणसी माजरी निवासी किसान गजराज सिंह ने बताया कि जुलाई में उन्होंने मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर खरीफ फसलों का पंजीकरण कराया था, जिसमें पांच कनाल छह मरला में अरहर दर्शाया गया था, जिसमें अभी भी फसल खड़ी हुई है। इसकी एचएयू बावल के वैज्ञानिक फोटोग्राफी भी करके ले गए थे, लेकिन फसलों के सत्यापन के दौरान अरहर की जगह बाजरा दिखाया गया है। इसके अलावा तीन कनाल 14 मरला में प्याज बोई हुई है, उसमें भी सत्यापन के दौरान बाजरा दिखाया गया हैं। सत्यापन में सुधार को लेकर गजराज सिंह ने उपायुक्त यशेंद्र सिंह को शिकायत दी है।
केस दो: 12 की बजाय दो कनाल में दिखाई बाजरे की फसल
गांव प्रागपुरा निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराया हुआ है, जिसमें उन्होंने 12 कनाल में कपास की फसल का पंजीकरण किया हुआ है, जबकि वेरिफिकेशन में दो कनाल एरिया में ही कपास की फसल दिखाई गई है। वहीं एक अन्य किसान के पंजीकरण में 18 कनाल में कपास की बिजाई दिखाई हुई है, जबकि किसान द्वारा कपास की बिजाई ही नहीं की गई है। उन्होंने शिकायत के माध्यम से फसलों का दोबारा सत्यापन कराने की मांग की है। इस बाबत किसान की तरफ से मुख्यमंत्री मनोहरलाल को शिकायत भेजी गई है।
केस तीन: फसल की जगह दिखा दी खाली जमीन
गांव खड़गवास निवासी किसान युद्धवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने आठ कनाल एक मरला जमीन पर बाजरे की फसल बोई हुई थी, जिसका उन्होंने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण भी कराया था। अब सत्यापन में उनके खेत को खाली दिखा दिया गया है। जबकि दूसरे हिस्से में जो खेत खाली थे, उनमें बाजरे की फसल दिखाई गई है। वहीं अन्य खाली खेत में कपास की फसल दिखाई गई है। उन्होंने सीएम विडो पर शिकायत भेजकर दोबारा फसलों का सत्यापन कराने की मांग उठाई है। जिसका भी फसल का सत्यापन गलत हुआ है वह किसान भवन स्थित सुविधा सेंटर में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। शिकायत मिलने पर उसे संबंधित तहसीलदार व नायब तहसीलदार के पास भेज दी जाती है। शिकायत मिलने पर दोबारा वेरिफिकेशन करा दी जाएगी।
-प्रदीप देशवाल, तहसीलदार