साइबर क्राइम की वारदात बढ़ीं, तीन से ठगी

जिले में लोगों में जागरूकता की कमी व पुलिस की लचर कार्रवाई के कारण ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Jul 2020 04:32 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 04:32 PM (IST)
साइबर क्राइम की वारदात बढ़ीं, तीन से ठगी
साइबर क्राइम की वारदात बढ़ीं, तीन से ठगी

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : जिले में लोगों में जागरूकता की कमी व पुलिस की लचर कार्रवाई के चलते साइबर क्राइम के मामले थम नहीं रहे हैं। बावल में एक महिला के खाते से एक लाख से अधिक रुपये निकाल लिए गए। शहर निवासी दो लोगों के खातों से भी हजारों रुपये की राशि निकल ली गई।

पुलिस को दी शिकयत में अलबर के गांव रसगण निवासी सुमित्रा देवी ने कहा है कि वह बावल के न्यू बस स्टैंड के पास किराये पर रहती है तथा एक्सिस बैंक रेवाड़ी में उनका सेलरी अकाउंट है। इसी अकाउंट से उन्होंने क्रेडिट कार्ड भी लिया हुआ है। 15 जुलाई को अरुण शर्मा नाम के युवक का फोन आया। युवक ने बताया कि वह एक्सिस बैंक से बोल रहा है तथा उनका क्रेडिट कार्ड चालू नहीं है। कार्ड चालू करने के लिए उस पर लिखे नंबर व ओटीपी बताने होंगे। कार्ड नंबर व ओटीपी बताने के बाद उनके खाते से तीन बार में एक लाख सात हजार 127 रुपये निकल गए। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद उन्होंने बैंक व पुलिस को शिकायत दी। बावल पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सैनिक बन 20 हजार ठगे

शहर के सेक्टर-चार निवासी रमेश कुमार ने शिकायत में कहा है कि उन्हें एक व्यक्ति ने कॉल कर बताया कि वह सेना की कैंटीन में कार्यरत है। कैंटीन में 20 सैनिटाइजर मशीन लगनी है। वह ट्रांसपोर्ट से मशीन भेज दें वह गुगल पे से पेमेंट भेज देगा। आरोपित ने उन्हें सेना का अपना कैंटीन कार्ड भी भेजा। आरोपित ने 15 जुलाई की रात को करीब दस बजे उन्हें मोबाइल पर गुगल पे का स्कैनर लिक भेजा। स्कैन करते ही उनके खाते से बीस हजार रुपये निकल गए, जिसके बाद उन्हें ठगी का पता लगा। उन्होंने मामले की शिकायत मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी है।

साइकिल बेचने का झांसा देकर ठगी शातिर ठगों ने साइकिल बेचने का झांसा देकर एक बच्चे से सात हजार रुपये ठग लिए। माडल टाउन निवासी बद्री प्रसाद ने बताया है कि उनके बेटे प्रिस ने ओएलएक्स एप पर एक साइकिल देख कर बेचने वाले से बात की थी तथा चार हजार रुपये में साइकिल खरीदना तय हो गया था। साइकिल मालिक अनिल ने उनके बेटे से पेटीएम से हरकिशन को 1150 रुपये तथा गुरप्रीत को 2150 रुपये भेजने के लिए कहा। प्रिस ने पेटीएम से दोनों को पैसे भेज दिए। 9 जुलाई को संजय पाटिल नाम के व्यक्ति का फोन आया, जिसने बताया कि वह साइकिल लेकर झज्जर पहुंच गया है। यदि वह गुरप्रीत के खाते में 2150 रुपये जमा करा दें तो वह साइकिल घर पहुंचा देगा। प्रिस ने बताए अनुसार गुरप्रीत को पैसे भेज दिए। साइकिल घर नहीं पहुंची तो वापस संजय पाटिल से संपर्क करने पर बताया कि 2150 रुपये की ट्रांजेक्शन गलत हो गई, अब 4300 रुपये और जमा कराने होंगे। उन्होंने साइकिल मालिक से संपर्क किया तो उसने 1600 रुपये गुरप्रीत के खाते में जमा कराने के लिए कहा। पैसे जमा कराने के बाद भी न तो साइकिल आई और न ही पैसे वापस मिले। उन्होंने संपर्क किया तो आरोपितों ने पैसे लौटाने से मनाकर दिया। बद्री प्रसाद की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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