सैंपलिग के लिए पंजीकरण बंद होने पर भड़के लोग

कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच लोगों में बेचैनी बढ़ रही है। लोगों को कोविड संक्रमण का डर सता रहा है। यही कारण है कि कोविड संक्रमण की जांच कराने के लिए रविवार को भी नागरिक अस्पताल में बड़ी तादाद में लोग पहुंच गए। भीड़ अधिक बढ़ी तो अस्पताल स्टाफ की ओर से दोपहर 12 बजे ही सैंपलिग कराने आ रहे लोगों का पंजीकरण बंद कर दिया गया। पंजीकरण बंद किए जाने पर वहां मौजूद लोगों ने विरोध शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 05:34 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 05:34 PM (IST)
सैंपलिग के लिए पंजीकरण बंद होने पर भड़के लोग
सैंपलिग के लिए पंजीकरण बंद होने पर भड़के लोग

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच लोगों में बेचैनी बढ़ रही है। लोगों को कोविड संक्रमण का डर सता रहा है। यही कारण है कि कोविड संक्रमण की जांच कराने के लिए रविवार को भी नागरिक अस्पताल में बड़ी तादाद में लोग पहुंच गए। भीड़ अधिक बढ़ी तो अस्पताल स्टाफ की ओर से दोपहर 12 बजे ही सैंपलिग कराने आ रहे लोगों का पंजीकरण बंद कर दिया गया। पंजीकरण बंद किए जाने पर वहां मौजूद लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। उनकी अस्पताल स्टाफ के साथ तकरार भी हुई। प्रधान चिकित्सा अधिकारी डा. सर्वजीत थापर को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने स्टाफ को बोलकर दोबारा पंजीकरण शुरू कराया। तब कहीं जाकर विवाद थमा। घंटों कराया गया इंतजार अस्पताल में रविवार को सैंपल देने पहुंचे कुछ लोग बीमार थे तो कुछ अपने सहकर्मी साथी को संक्रमण हो जाने के बाद एहतियात के तौर पर जांच कराने के लिए पहुंचे थे। लोगों का कहना था कि घंटों इंतजार करने के बाद भी उनका पंजीकरण नहीं किया गया। लोगों का कहना था कि स्वास्थ्य कर्मचारी उनको अगले दिन आने की बात कह रहे थे, जबकि उनकी तबीयत ज्यादा खराब है और विभाग चौबीसों घंटे जांच करने की बात कह रहा है। घंटों इंतजार के बाद भी जब उनका नंबर नहीं आया तो उन्होंने अधिकारियों को फोन किया।

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इनसेट:

सैंपल लिया नहीं और मोबाइल पर आ गया संदेश सैंपल देने आए लोगों को कुछ अन्य परेशानियां भी आई। बहुत से लोगों का सैंपल लिया भी नहीं गया और मोबाइल पर मैसेज आ गया कि आपका सैंपल लिया जा चुका है। सुरेंद्र, मनोज, विकास, विनोद कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि उन्होंने 10 से 11 बजे के बीच पंजीकरण कराया था। इसके बाद 12 से 1:30 बजे के बीच उनके मोबाइल पर स्पेसिमेन रेफरल फार्म (एसआरएफ) नंबर का मैसेज आया। साथ ही यह भी लिखा हुआ आया कि उनका सैंपल ले लिया गया है जबकि उनका सैंपल तो अभी लिया ही नहीं गया है।

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मुझे शरीर में दर्द, हल्का बुखार महसूस हो रहा है। इस कारण धारूहेड़ा से यहां सैंपल देने आया हूं। धारूहेड़ा से आकर पर्ची बनवाकर सुबह 11 बजे से इंतजार कर रहा हूं लेकिन ढाई बजे तक भी नंबर नहीं आया है।

-विकास शर्मा, सेक्टर 6, धारूहेड़ा -----------------

मैं निजी बैंक में काम करता हूं। बैंक में कुछ साथी कर्मचारी कोविड संक्रमित आए हैं। मुझे भी हल्की खांसी, शरीर दर्द की शिकायत है। मुझे भी कोरोना संक्रमण के लक्षण महसूस हो रहे हैं। 12 बजे से सैंपल देने के लिए इंतजार कर रहा हूं लेकिन दो बजे से अधिक समय हो गया, सैंपल नहीं लिया जा रहा है। कर्मचारी मोबाइल पर व्यस्त हैं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

-दमन शर्मा, सुलखा

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मैं अपनी 57 वर्षीय मां को लेकर कोविड सैंपल देने के लिए आया हूं। बुखार, खांसी, जुकाम आदि की शिकायत पर निजी चिकित्सक की सलाह पर कोविड सैंपल के लिए आया हूं। पंजीकरण कराने के लिए दो घंटे से अधिक समय से इंतजार कर रहा हूं। मां की तबीयत खराब है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

- शुभम, रेवाड़ी।

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खांसी-जुकाम की शिकायत होने पर कोरोना संक्रमण के डर से सैंपल देने आया हूं। यहां चिकित्सक की भी व्यवस्था नहीं है।

- हिमांशु शर्मा, आनंद नगर।

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सैंपलिग के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। 12 बजे तक ही 300 से अधिक लोगों का पंजीकरण हो गया था। ऐसे में कुछ देर के लिए पंजीकरण रोका था। लोग ज्यादा बढ़े हैं तो फिर से पंजीकरण कराया जा रहा है। हमारा भी प्रयास यही है कि अधिक से अधिक लोगों का सैंपल लेकर जांच की जाए।

-डा. विजय प्रकाश, उपसिविल सर्जन एवं कोविड नोडल अधिकारी।

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