वर्ल्ड कार फ्री डे: सहकारिता मंत्री ने साइकिल की सवारी कर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने वर्ल्ड कार फ्री डे पर साइकिल की सवारी कर क्षेत्रवासियों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। बावल स्थित अपने निवास से सहकारिता मंत्री ने गुर्जर चौपाल तक साइकिल पर सवारी की।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने वर्ल्ड कार फ्री डे पर साइकिल की सवारी कर क्षेत्रवासियों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। बावल स्थित अपने निवास से सहकारिता मंत्री ने गुर्जर चौपाल तक साइकिल पर सवारी की।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि दुनियाभर में 22 सितंबर को कार फ्री डे मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के अनुसार वायु प्रदूषण कम करना और साइकिल व पैदल चलने को बढ़ावा देने के लिए यह दिन मनाया जाता है। एक दिन कार छोड़कर साइकिल या पैदल चलने से न केवल सड़कों पर कार्बन उत्सर्जन कम होगा बल्कि स्वास्थ्य को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित मंत्री मंडल के सदस्यों ने भी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में साइकिल यात्रा की है। इस मौके पर ईश्वर चनीजा, अमरजीत, नरेश, देवेन्द्र, दलेल, सुदेश बोरा, नरेश पंजाबी आदि उपस्थित रहे।
शहरी क्षेत्रों में हरियाली के लिए रामबाण साबित होगी मियावाकी तकनीक: सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि पेड़ों से हमारे जीवन का गहरा जुड़ाव है। पेड़ों से जीवन की आवश्यक वस्तुओं के साथ-साथ प्राणदायिनी आक्सीजन भी प्राप्त होती है। साथ ही प्रकृति में बारिश के लिए पेड़ों का विशेष महत्व है। सहकारिता मंत्री एचएसआइडीसी आसलवास के ओटू पार्क में मियावाकी तकनीक से पौधारोपण करने के उपरांत लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए प्राणवायु देवता पेंशन योजना आरंभ की है। इस योजना के तहत 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के रखरखाव के लिए 2500 रुपये प्रति वर्ष प्रति पेड़ पेंशन का प्रविधान किया है। इसमें बुढ़ापा सम्मान पेंशन के अनुसार हर वर्ष बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी को अपने घरों में होने वाले जन्मदिन, विवाह, सालगिरह आदि समारोह के उपलक्ष में पौधारोपण करना चाहिए और लगाए गए पौधों की देखभाल करनी चाहिए। इस मौके पर एसडीएम बावल संजीव कुमार, एमडीटी कंपनी के जुनेरो व प्रदीप, सीएमओ डा. कृष्ण कुमार, डा. अशोक कुमार, तहसीलदार मनमोहन सिंह, डीएफओ सुंदरलाल, राजपाल सरपंच, महेश सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। उपायुक्त यशेंद्र सिंह पैदल ही पहुंचे कार्यालय
उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए कार मुक्त दिवस एक सराहनीय प्रयास है। भावी पीढि़यों के लिए पर्यावरण संरक्षित करने के लिए एक दिन निजी वाहनों के इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए। वह वर्ल्ड कार फ्री डे के अवसर पर लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय लोगों को संबोधित कर रहे थे। उपायुक्त प्रतिदिन की भांति बुधवार को भी अपने आवास से पैदल चल कर ही लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय पहुंचे। उपायुक्त ने कहा कि उनका प्रयास रहता है कि आवास से कार्यालय तक वाहन का अनावश्यक इस्तेमाल न किया जाए। जिले में पर्यावरण संरक्षण को लेकर अनेक सराहनीय प्रयास हुए है। कार मुक्त दिवस पर जिलेवासियों को यह संकल्प लेना चाहिए कि महीने में कम से कम एक दिन अनावश्यक कार का इस्तेमाल न तो स्वयं करेंगे व अपने आसपास भी लोगों को प्रेरित करेंगे।