मौसम में ठंडक से न्यूनतम तापमान में गिरावट
मौसम में उतार चढ़ाव का दौर जारी है। शुक्रवार को भी दिनभर आसमान में बादल छाए रहे।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: मौसम में उतार चढ़ाव का दौर जारी है। शुक्रवार को भी दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। दोपहर बाद कुछ देर के लिए हल्की सी धूप निकली लेकिन अधिकांश समय आसमान में बादल छाए रहने के कारण धूप की चमक गायब ही रही। बृहस्पतिवार को हुई बूंदाबांदी के बाद मौसम में ठंडक बढ़ी। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 22.6 और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस रह। बृहस्पतिवार को अधिकतम 19.5 और न्यूनतम 12.4 डिग्री सेल्सियस था। हल्की बूंदाबांदी से ही फसलों में रौनक छाई। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार बारिश होने से फसलों को फायदा होगा। इससे सरसों और गेहूं को खुराक मिलने के साथ किसी प्रकार की बीमारी से भी बचाव होगा। यदि और बारिश होती है तो फसलों को फायदा ही होगा।
मौसम में बच्चों पर विशेष ध्यान देने की सलाह
मौसम में ठंडक बढ़ने के साथ बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बाल रोग विशेषज्ञ नवजात और छोटे बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खानपान और पहनावे पर ध्यान देने की सलाह दे रहे हैं। अस्पतालों में प्रतिदिन सर्दी, खांसी, बुखार और हल्के निमोनिया से पीड़ित बच्चों को उपचार के लिए स्वजन लेकर पहुंच रहे हैं। नागरिक अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डा. मदन यादव का कहना है कि आमतौर पर सर्दी का मौसम खानपान के साथ सेहत बनाने का होता है। थोड़ी सी सावधानी बरती जाए तो मौसमी बीमारियों के साथ डेंगू से भी बचाव किया जा सकता है। इन दिनों अस्पताल में सर्दी, जुकाम, निमोनिया के साथ उल्टी दस्त से ग्रसित बच्चे ज्यादा आ रहे हैं। छह माह तक के बच्चों को मां का दूध पिलाने के साथ छाती से लगाकर रखना जरूरी है। इससे बहुत सी बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। इस मौसम में बच्चों को सुबह शाम और दिन में भी गर्म कपड़े पहनाकर रखने चाहिए। कई बार छोटे बच्चे घर पर खाली पैर घूमते हैं। जितना हो सके बच्चों को गर्म मोजे, जूते पहनाकर रखें। छाती, पैर और सिर पर सुबह शाम ढककर रखने की सलाह दी जाती है। बच्चों के साथ स्तनपान कराने वाली माताओं को भी इसी प्रकार सावधानी बरतने की जरूरत है।