भिवाड़ी में खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण, एक्यूआइ 350 के पार

औद्योगिक नगरी भिवाड़ी में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है। कस्बे में शनिवार को वायु प्रदूषण से हालात बेहद खराब रहे वहीं रविवार को तो वायु प्रदूषण रेड जोन में पहुंच गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 08:13 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 08:13 PM (IST)
भिवाड़ी में खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण, एक्यूआइ 350 के पार
भिवाड़ी में खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण, एक्यूआइ 350 के पार

संवाद सहयोगी, भिवाड़ी (रेवाड़ी): औद्योगिक नगरी भिवाड़ी में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है। कस्बे में शनिवार को वायु प्रदूषण से हालात बेहद खराब रहे, वहीं रविवार को तो वायु प्रदूषण रेड जोन में पहुंच गया। इससे जहां लोगों को न सिर्फ घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, वहीं भिवाड़ी हेल्थ इमरजेंसी की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है। सड़कों की मैकेनाइज्ड स्वीपिग मशीन से सफाई नहीं होती तथा झाड़ू से सफाई करते वक्त धूल उड़ती रहती है। वहीं खुले स्थान पर कचरा जलाया जा रहा है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक शनिवार को भिवाड़ी का एयर क्वालिटी इंडेक्स रविवार को बढ़कर 357 पहुंच गया। वहीं पीएम 2.5 व पीएम 10 का स्तर 500 के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था। हालांकि दोपहर बाद हुई बारिश और हवा चलने से थोड़ी राहत मिली है। भिवाड़ी में पिछले दो दिन से बढ़े हुए वायु प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इन कारणों से बढ़ रहा है प्रदूषण: एक्यूआइ बढ़ने का प्रमुख कारण गाड़ियों से निकलने वाला धुआं, सड़कों पर उड़ती धूल व फैक्ट्रियों से निकलने वाला जहरीला धुआं है। रामपुर मुंडाना डंपिग यार्ड सहित अनेक स्थानों पर खुले में कचरा जलाया जा रहा है। इसके अलावा भिवाड़ी में सड़कों की मरम्मत का काम चल रहा है, जिससे दिनभर धूल उड़ती रहती है। यहां बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआइ अच्छा माना जाता है। इसी तरह 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 स 300 खराब और 301 से 400 के बीच बेहद खराब तथा 401 से 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है।

यह सच है कि पिछले दो दिन से भिवाड़ी का वायु प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ गया था, लेकिन अब बारिश होने से इसमें सुधार हो जाएगा। भिवाड़ी में सड़कों की साफ-सफाई के कारण धूल उड़ रही है। प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों की जांच करवाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। रीको को सड़कों के किनारे पानी का छिड़काव करने के लिए कहा जाएगा, जिससे धूल उड़ना बंद हो जाएगा।

- विवेक गोयल, आरओ, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल भिवाड़ी।

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