हरियाणा में बड़े राजनीतिक फैसलों का दिन है 23 सितंबर

हरियाणा विशेषकर अहीरवाल की राजनीति में 23 सितंबर का दिन काफी अहम रहा है। वैसे तो यह दिन जंग-ए-आजादी के महानायक राव तुलाराम की पुण्यतिथि व इसके उपलक्ष्य में सरकारी स्तर पर मनाए जाने वाले हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस के लिए याद किया जाता है,

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 08:45 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 10:08 PM (IST)
हरियाणा में बड़े राजनीतिक फैसलों का दिन है 23 सितंबर
हरियाणा में बड़े राजनीतिक फैसलों का दिन है 23 सितंबर

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: हरियाणा विशेषकर अहीरवाल की राजनीति में 23 सितंबर का दिन काफी अहम रहा है। वैसे तो यह दिन जंग-ए-आजादी के महानायक राव तुलाराम की पुण्यतिथि व इसके उपलक्ष्य में सरकारी स्तर पर मनाए जाने वाले हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस के लिए याद किया जाता है, लेकिन इस दिन का प्रदेश की राजनीति में भी विशेष महत्व है, क्योंकि विशाल हरियाणा पार्टी के कांग्रेस में विलय व जलयुद्ध शुरू करने जैसे बड़े राजनीतिक फैसले इसी दिन लिए गए हैं।

रीजनल सेंटर (अब इंदिरा गांधी विवि) का एलान व रेवाड़ी को जिला बनाने की घोषणा भी इसी दिन हुई थी। इस बार राव इंद्रजीत ¨सह बड़ा जलसा नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनकी राजनीतिक विचारधारा से अलग चल रहे उनके भतीजे राव अर्जुन ¨सह रविवार को कनीना में रणदीप सुरजेवाला को लेकर आ रहे हैं।

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छुट्टी पर रहा है विवाद

पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भजनलाल ने अपने पहले कार्यकाल में बतौर मुख्यमंत्री तेइस सितंबर को हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस पर विशेष अवकाश घोषित किया था। बाद में जब चौ. बंसीलाल सत्ता में आए तो उन्होंने इस छुट्टी को रद कर दिया था।

तब इलाके में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। तत्कालीन विधायक रघु यादव ने तब वर्ष 1987 में यहां चौधरी देवीलाल की रैली करवाई थी। उन्होंने न केवल शहीदी दिवस पर छुट्टी बहाल की बल्कि रैली के मंच से ही रीजनल सेंटर की घोषणा की थी। तब का रीजनल सेंटर अब इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय बन चुका है। दो वर्ष बाद वर्ष 1989 में फिर राजनीति बदली। राव बिरेंद्र ¨सह ने खुद चौ. देवीलाल की रैली करवाई तथा बतौर सीएम चौ. देवीलाल ने 23 सितंबर 1980 को रैली के मंच से रेवाड़ी को जिला बनाने की घोषणा की। चौ. बंसीलाल ने अपने दूसरे कार्यकाल में छुट्टी को बरकरार रखा।

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ये भी जानिए:

-23 सितंबर 1977 को राव बिरेंद्र ¨सह ने अपनी विशाल हरियाणा पार्टी का कांग्रेस में विलय किया था।

-23 सितंबर 2003 को रेवाड़ी में हुई रैली में चौ. भजनलाल विरोधी नेताओं ने जलयुद्ध का एलान किया था। इनमें राव

इंद्रजीत ¨सह, चौ. भूपेंद्र ¨सह हुड्डा, चौधरी बीरेंद्र ¨सह व ओमप्रकाश ¨जदल सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता थे।

-23 सितंबर 2013 को रेवाड़ी में विशाल रैली करके ही राव इंद्रजीत ¨सह ने कांग्रेस से 35 वर्ष पुराना नाता तोड़ने की घोषणा की थी। कुछ दिन बाद वे भाजपा में शामिल हो गए थे।

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राव सहित कई नेता आएंगे आज

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ¨सह बेशक इस बार बड़ा आयोजन नहीं कर रहे हैं, लेकिन वे रविवार को नाईवाली चौक पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचेंगे।

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