अवैध हथियार रखने के शौक में युवा बन रहे अपराधी, उत्‍तर प्रदेश और बिहार से सप्‍लाई

कुरुक्षेत्र में पिछले दिनों अवैध हथियार सहित कई युवा पकड़े गए। इसमें सात माह में 17 केस दर्ज कर 24 आरोपित किए गिरफ्तार। जांच में पता चला कि अवैध हथियार रखने के शौक में युवा अपराधी बन रहे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:31 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:31 PM (IST)
अवैध हथियार रखने के शौक में युवा बन रहे अपराधी, उत्‍तर प्रदेश और बिहार से सप्‍लाई
अवैध हथियार रखने की वजह से युवा पहुंच रहे जेल।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। अवैध हथियार रखने के शौक में युवा अपराधी बनते जा रहे हैं। पुलिस ने कई ऐसे युवकों को जेल भेजा है, जिन्हें अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में पकड़ा गया। उन्होंने हथियार से कोई भी अपराध नहीं किया, मगर हथियार के शौक में जेल पहुंच गए। इनमें कई ऐसे मामले भी हैं जिन्होंने हथियार के बल पर डरने-धमकाने के अलावा छीना-झपटी की वारदातें भी की। बीते सात माह की बात करें तो पुलिस ने 17 केस दर्ज हुए हैं, जिनमें 24 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।

फिल्मों व गानों में हथियारों का चलन और हथियारों पर बन रहे गानों को सुन कर युवा वर्ग अधिक प्रभावित हो रहा है। शस्त्र लाइसेंस की जटिल प्रक्रिया व महंगे हथियारों के कारण अवैध हथियार आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। पुलिस की माने तो उत्तर प्रदेश व बिहार से अधिकतर अवैध हथियार लेकर आते हैं।

27 जुलाई को भी पुलिस ने किया था देसी कट्टे के साथ एक युवक को गिरफ्तार

सीआइए-टू ने 27 जुलाई को पिहोवा रोड पर ज्योतिसर के हर्बल पार्क के बाहर से ज्योतिसर निवासी सोनू को गिरफ्तार किया था। आरोपित के कब्जे से एक देसी कट्टा बरामद हुआ है। पूछताछ में आरोपित ने बताया था कि वह बाहर से देसी कट्टा ले कर आया था। हालांकि पुलिस पूछताछ में उसका कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं था।

दबाव बनाने के लिए अवैध हथियार रखता था हिसार का गर्वित

सीआइए-वन ने 26 जुलाई को हिसार निवासी गर्वित को गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से अवैध पिस्तौल, मैगजीन व कार बरामद हुई थी। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक उसके खिलाफ वर्ष 2016 से अब तक अलग-अलग जिलों में छीना-झपटी, शस्त्र अधिनियम व हत्या का प्रयास करने के करीब आठ मामले दर्ज हैं। आरोपित के खिलाफ सदर थाना पुलिस में तीन मामले दर्ज हैं। आरोपित के खिलाफ दर्ज दो मामले उस पर दबाव बनाने के लिए फायर करने व धमकाने के हैं।

पुलिस की है असामाजिक तत्वों पर पूरी नजर : डीएसपी

डीएसपी क्राइम नरेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस की असामाजिक तत्वों पर पूरी नजर है। अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ पुलिस पूरी तरह से चौकस है। अधिकतर मामलों में सामने आया है कि आरोपित डराने-धमकाने व लूटपाट की वारदातों को अंजाम देने के लिए अवैध हथियार रखे हुए थे। पुलिस ऐसे मामलों की गहराई में जा कर उन आरोपितों को भी गिरफ्तार कर रही है जो अवैध हथियार बेचते हैं।

एक जनवरी से 31 जुलाई तक शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज मामले

दर्ज मामले गिरफ्तारी बरामद

17 24 14 पिस्टल, पांच देसी कट्टे व 28 कारतूस

chat bot
आपका साथी