पानीपत में करंट से मौत, जंपर लगाने के लिए चढ़ा था ठेकेदार का कर्मचारी, झुलसा
पानीपत में एएलएम ने ठेकेदार के कर्मचारी को जंपर ठीक करने के लिए खंभे में चढ़ा दिया। इसके बाद लाइन भी चालू कर दी गई। इससे कर्मचारी को करंट लगा और वह झुलसता हुआ नीचे गिरा। इसके बाद उसकी मौत हो गई।
पानीपत, जेएनएन। बिजली निगम कार्यालय के सामने एच पोल पर जंपर लगाने के लिए चढ़े ठेकेदार के कर्मचारी राकेश (22) निवासी खोजकीपुर की करंट लगने से मौत हो गई। स्वजनों का आरोप है कि एएलएम की लापरवाही के कारण उनके बेटे की जान गई। उसने राकेश को एच पोल पर जंपर लगाने के लिए कहा और लाइन चालू कर दी गई। जिस कारण ये हादसा हुआ।
पिता मुकेश ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह मेहनत मजदूरी का काम करता है। करीब एक साल से उसका लड़का राकेश नारायण निवासी बिजली विभाग के ठेकेदार प्रमोद पंडित के पास काम मजदूरी का करता था। बुधवार को सुबह के समय बिजली निगम कार्यालय के सामने एचटी लाइन के एच पोल पर जंपर लगाना था। बिजली विभाग के एएलएम राजेश ने राकेश को जंपर लगाने के लिए कहा। राकेश जंपर लगाने के लिए खंभे पर चढ़ा और तभी सप्लाई चालू हो गई। ऐसे में करंट लगकर झुलसने से राकेश की मौत हो गई।
पिता का आरोप है कि एएलएम राजेश की लापरवाही के कारण हादसे में उसके बेटे की जान गई। जंपर लगाने से पहले ही लाइन को चालू कर दिया गया। वहीं जांच अधिकारी एसआइ सुरजीत सिंह का कहना है कि मामले में पिता मुकेश के बयान पर एएलएम राजेश के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पिता को मिला सहारा छीना
मुकेश ने बताया कि उसके पांच बच्चे हैं। जिनमें दो बेटे और तीन बेटी है। राकेश दूसरे नंबर का था। अब वो काम करने लगा था तो उसे घर चलाने में सहारा मिल गया था। लेकिन उसे क्या पता था की उसका ये सहारा ऐसे छीन जाएगा। मुकेश ने फूट फूटकर रोते हुए आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की, ताकि उनको न्याय मिल सके।
फट आया मां का कलेजा
बेटे राकेश को करंट लगने का पता चला तो पिता मुकेश, मां ओमबीरी व परिवार के अन्य लोग सब डिविजन अस्पताल पहुंचे। मां को अनहोनी का अहसास हुआ। जाकर देखा तो कफन के नीचे उसी का लाल था। लाल का ये हाल देख मां का कलेजा फट आया। फूटकर रोते हुए कहा अरे दस बजे आया करे था। आज तो आठे बजे बुला लिया रे। म्हारा कूकर पेटा भरेगा रहे। मां के ये बोल सुन वहां सभी की आंखे नम हो गई।
साथी की जुबानी
मृतक के साथी कर्मी कृष्ण ने बताया कि बुधवार सुबह मैं श्रवण, दीपक और राकेश चारों काम को लेकर आए थे। उन्होंने बिजली कार्यालय के पास ही नेशनल हाइवे पर टूटकर गिरे तार को जोडऩे का काम किया। काम को लेकर कहीं और जाना था। लेकिन ट्रैक्टर के टायर में पंचर हो गया। श्रवण और दीपक पंचर लगवाने लगे। मैं और राकेश दूसरी ओर खड़े थे। तभी एएलएम आया और उसने राकेश को एच पोल पर चढ़कर जंपर लगाने के लिए कहा। विश्वास में वो जैसे ही एच पोल पर जंपर लगाने के लिए चढ़ा तो तभी करंट की चपेट में आकर झुलसकर नीचे आ गिरा और उसकी आंखों के सामने साथी राकेश ने चंद मिनट में दम तोड़ दिया।
कई बने शिकार
ऐसे हादसों के ठेकेदारों के कई कर्मी शिकार बन चुके हैं। पिछले दिनों ही टिटाना और डिडवाड़ी के बीच हाईवोल्टेज लाइन पर काम करते समय ठेकेदार के एक कर्मी की मौत हो गई थी। जबकि दूसरा झुलस गया था। इससे पहले मांडी निवासी डीसी रेट के कर्मचारी की लाइन पर काम करते समय करंट लगने से मौत हुई। विभाग को ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
एक्सईएन सतपाल सिंह ने कहा कि मामले में जांच की जा रही है। उसमें जो सामने आएगा, उसी आधार पर कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि विभाग के नियमों के मुताबिक जो हो सकेगा, वो पीडि़त परिवार को न्याय दिलाएंगे।