गड्डे में दबा मिला पानीपत के व्‍यक्ति का शव, 11 दिन से लापता था, प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला

11 दिन से लापता व्यक्ति का पानीपत के उरलाना में गड्डे में दबा शव मिला। प्रेम प्रसंग में पत्नी पर हत्या कराने की आशंका है। पत्नी ने ही पुलिस में गुमशुदगी की दर्ज कराई थी रपट। पुलिस कार्रवाई को लेकर कर रही पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 03:39 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 03:39 PM (IST)
गड्डे में दबा मिला पानीपत के व्‍यक्ति का शव, 11 दिन से लापता था, प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला
पानीपत के व्‍यक्ति का शव गड्डे में दबा मिला।

करनाल, जेएनएन। असंध के वार्ड नंबर 10 से लापता हुए सोमनाथ का शव 11 दिन बाद पानीपत के उरलाना गांव में गुरुद्वारे के पास गड्डे से बरामद हुआ, जहां इसे दबाया गया था। आरोप लगाए जा रहे हैं कि सोमनाथ की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते उसकी पत्नी ने ही कराई है। किसी को शक न हो, इसीलिए शव पानीपत के उरलाना गांव के गुरुद्वारे के पास गड्डे में शव दबवा दिया गया जबकि खुद पुलिस में पति के गुम होने की रपट भी दर्ज करवा दी। मामला खुला तो पुलिस ने गड्डे से शव निकलवा कर पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया।

मृतक के रिश्तेदार बलराम ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाते हुए बताया कि सोमनाथ लुधियाना में होजरी की फैक्टरी में नौकरी करता था। उसकी पत्नी नेहा बच्चों के साथ असंध रहती थी जबकि सोमनाथ की मां लुधियाना रहती थी। सोमनाथ छुट्टी के दिन घर आया करता था और फिर नौकरी पर लौट जाता था। सोमनाथ मूल रूप से जींद जिले के खांडा गांव का रहने वाला था। जबकि पत्नी बुढ़ाखेड़ा गांव की रहने वाली है। लगभग 13 साल पहले दोनों की शादी हुई थी। इतनी बड़ी साजिश के बारे में किसी को भी नहीं पता था।

16 फरवरी को शादी में आया था सोमनाथ, उसी रात कर दी हत्या

बलराम के मुताबिक सोमनाथ अपनी पत्नी नेहा के गांव बुढ़ा खेड़ा में 16 फरवरी की एक शादी में शामिल होने के लिए लुधियाना से आया था। इसके बाद वे सभी शादी में शामिल हुए। वही 21 फरवरी को दिन में सोमनाथ अपने गांव खांडा जींद भी गया। वहां परिवार के अन्य सदस्यों से मिलने के बाद शाम को वापस आया। रिश्तेदार बलराम ने आरोप लगाते हुए बताया कि पत्नी नेहा का पड़ोस में रहने वाले बिल्लू के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। वे दोनों सोमनाथ को रास्ते से हटाना चाहते थे। ऐसे में नेहा और चाचा बिल्लू व बिल्लू के भतीजे शुभम ने एक साजिश के तहत सोमनाथ की हत्या कर शव घर में ही रख दिया। इसके बाद 23 फरवरी की रात को एक बोरे में शव लेकर उरलाना के गुरुद्वारे के पास गड्डे में दबा आये ताकि किसी को पता न चले। वहीं असंध थाने में गुमशुदगी की शिकायत दे दी। बलराज ने बताया कि परिवारिक तौर पर ही शक के आधार पर नेहा से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी घटना का खुलासा किया। इसके बाद नेहा की निशानदेही पर उस जगह तलाश की गई तो सारा मामला साफ हो गया।

पहले की हत्या, फिर तेजाब छिड़का

मृतक के रिश्तेदार ने आरोप लगाते हुए बताया कि आरोपित नेहा ने उनके समक्ष माना कि पहले सोमनाथ की पहले हत्या की और फिर उसके चेहरे पर तेजाब डाला गया। ताकि वह किसी की पहचान में न आ सके। बलराम ने बताया कि वारदात को पूरे प्लान के तहत अंजाम दिया गया है। आरोपितों के खिलाफ पुलिस को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

चार साल पहले असंध में ख़रीदा था सोमनाथ ने मकान

बताया जा रहा है कि सोमनाथ ने असंध में करीब चार साल पहले ही अपना मकान ख़रीदा था, ताकि बच्चों की अच्छी परवरिश कर सके। उसने बताया कि सोमनाथ अकेला था। जबकि उसके दो बेटे वंश (11) अनमोल (7) हैं। सोमनाथ के पिता की लगभग एक साल पहले मृत्यु हो गई थी। बलराम ने बताया कि सोमनाथ ने अपनी दोनों बाजुओं पर अपने दोनों बेटो का नाम लिखवाया था। इससे ही उसकी पहचान हुई है।

21 काे पत्नी ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रपट, अब शव बरामद : एसएचओ

थाना प्रभारी कमलदीप ने बताया कि नेहा शर्मा ने अपने पति सोमनाथ के गुम होने की शिकायत 21 फरवरी को थाना मे दी थी। पुलिस द्वारा उसकी शिकायत पर 24 फरवरी को गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था। अब सोमनाथ का शव उरलाना के एक गुरुद्वारा के निकट से बरामद किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारण सामने आएंगे, जिसके बाद कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।

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