पहले दिन 15 फीसद बच्चे ही पहुंचे स्कूल, चेहरे पर दिखा उत्साह

पानीपत में करीब 11 माह बाद तीसरी से पांचवी कक्षा के विद्यार्थी स्कूल पहुंचे। पहले दिन संख्या बच्चों की संख्या 15 फीसद के करीब रही।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 05:02 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 05:02 AM (IST)
पहले दिन 15 फीसद बच्चे ही पहुंचे स्कूल, चेहरे पर दिखा उत्साह
पहले दिन 15 फीसद बच्चे ही पहुंचे स्कूल, चेहरे पर दिखा उत्साह

जागरण संवाददाता, पानीपत : करीब 11 माह बाद तीसरी से पांचवी कक्षा के विद्यार्थी स्कूल पहुंचे। पहले दिन संख्या बच्चों की संख्या 15 फीसद के करीब रही। वहीं अभिभावकों के सहमति पत्र के साथ कोविड 19 के सभी नियमों का पालन करने पर ही स्कूल में प्रवेश मिला। कुछ बच्चे बगैर अभिभावकों के सहमति पत्र के पहुंचे तो उन्हें लौटा दिया गया।

170 में से 20 आए

राजकीय सीसे स्कूल निजामपुर के इंचार्ज देवेंद्र कुमार ने बताया कि तीसरी से पांचवी कक्षा में करीब 170 बच्चे हैं। परंतु पहले दिन तीनों कक्षाओं में 20 बच्चे ही पहुंचे। सभी अपने अभिभावकों से सहमति पत्र लेकर आए। उनका मानना है कि धीरे धीरे संख्या में इजाफा होगा। बच्चे स्कूल आकर काफी खुश दिखे।

15 फीसद ही पहुंचे

राजकीय प्राथमिक पाठशाला जीटी रोड लालबत्ती में शिक्षिका रेखा ने बताया कि पहले दिन करीब 15 फीसद बच्चे ही आए हैं। जिन्हें कोविड के नियमों का पालन करते हुए स्कूल में प्रवेश देने के साथ पढ़ाई के दौरान भी नियमों का ख्याल रखा गया। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाने में वो मजा नहीं है जो स्कूल में पढ़ाने में हैं। बच्चों को रूटीन में लाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी।

नियमों के साथ प्रवेश

स्कूल में बच्चों को कोविड 19 के नियमों के साथ प्रवेश मिल पाया। स्कूल के गेट पर जहां बच्चों के हाथों को सैनिटाइज किया गया, वहीं थर्मल स्क्रीनिग मशीन से तापमान भी देखा गया। इसके बाद अभिभावकों द्वारा दिए गए सहमति पत्र लिए गए। जो बच्चे अभिभावकों से सहमति पत्र नहीं लेकर आए, उन्हें लौटा दिया गया। वापस लौटने वाले बच्चों के चेहरे पर निराशा देखने को मिली।

पहले दिन अजीब लगा

चौथी कक्षा की छात्रा स्वीटी ने मुस्कुराते हुए कहा कि काफी समय बाद स्कूल आई तो पहले दिन थोड़ा अजीब जरूर लगा। लेकिन जो पढ़ाई हम स्कूल में कर सकते हैं वो ऑनलाइन घर बैठकर नहीं हो सकती। किसी तरह की दिक्कत होने पर टीचर से एक बार नहीं, बल्कि कई बार सीधे पूछ सकते हैं।

काफी अच्छा लगा

तीसरी कक्षा के छात्र नैतिक ने कहा स्कूल आकर काफी अच्छा लगा। पढ़ाई के साथ सहपाठियों के संग मस्ती की। ऑनलाइन में ठीक से पढ़ाई नहीं हो पाती थी। स्कूल में शिक्षकों ने अच्छे से बताकर पढ़ाया।

स्कूल आकर खुश दिखे बच्चे

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बृजमोहन गोयल ने बताया कि तीसरी से पांचवी तक के बच्चे साल भर बाद स्कूल आकर काफी खुश दिखे। पहले दिन स्कूल आने वाले बच्चों की संख्या 15 से 20 फीसद के बीच रही। जो धीरे धीरे बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि पावटी व मछरौली राजकीय स्कूल का निरीक्षण किया। जहां काफी बच्चे आए हुए थे।

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