यमुनानगर नगर निगम हाउस की बैठक होगी हंगामेदार, अधिकारियों के खिलाफ मंत्री विज से मिले पार्षद

यमुनानगर नगर निगम की हाउस बैठक 24 को होना तय हुई है। वहीं ये बैठक हंगामेदार होने के आसार है। पार्षद अधिकारियों की घेराबंदी के मूड़ में हैं। अधिकारियों के खिलाफ पार्षद ने गृहमंत्री अनिल विज से शिकायत की।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 16 Aug 2021 04:23 PM (IST) Updated:Mon, 16 Aug 2021 04:23 PM (IST)
यमुनानगर नगर निगम हाउस की बैठक होगी हंगामेदार, अधिकारियों के खिलाफ मंत्री विज से मिले पार्षद
यमुनानगर नगर निगम की हाउस बैठक 24 को।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर शहर के विकास पर चर्चा के लिए हाउस की सातवीं बैठक 24 अगस्त को होनी तय हुई है। इससे पहले 30 जून को बैठक बुलाई गई थी। बैठक में शहर जहां शहर के विकास पर चर्चा होगी, वहीं लंबित विकास कार्यों को लेकर सत्ता पक्ष के ही पार्षद नगर निगम अधिकारियों की घेराबंदी के मूड़ में हैं। गत दिनों बैठक में यह निर्णय ले भी चुके हैं।

उसके बाद पार्षद अधिकारियों के खिलाफ शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज से भी मिले। आरोप है कि अधिकारी शहर के विकास को लेकर गंभीर नहीं हैं। जो प्रस्ताव पिछली बैठक में पास हुए थे, उनमें से अधिकांश पर काम शुरू नहीं हुआ है। जनवरी -2019 में मेयर मदन चौहान व 22 पार्षदों ने शपथ ली थी। नौ माह बाद पहली बैठक सितंबर-20019, दूसरी जनवरी-2020, तीसरी, जुलाई-2020, चौथी नवंबर-2020, पांचवीं बैठक 31 दिसंबर व छठी बैठक 30 जून को को बुलाई गई थी।

अधर में विकास परियोजनाएं

शहर के विकास से जुड़ी कई परियोजनाएं लंबे समय से लटकी पड़ी हैं। इनमें खासकर शहर की पानी की निकासी है। कन्हैया साहिब चौक के पास स्थित नाले का पानी अंडरग्राउंड पाइप के माध्यम से विश्वकर्मा चौक स्थित एसटीपी तक ले जाना था, परंतु यह काम लगभग दो साल से ऐसे ही अधर में लटका हुआ है। इसके अलावा गुरुद्वारा से रेस्ट हाउस तक पाइप लाइन, जगाधरी बस स्टैंड से डिच ड्रेन तक, हीरा पैट्रोल पंप से कमानी चौक तक व गुलाब नगर से बस स्टैंड तक स्ट्रोम वाटर की निकासी के लिए पाइप लाइन दबाने का काम अधर में है।

पार्कों के सुंदरीकरण का काम लटका

पार्षद निर्मल चौहान का कहना है कि हाउस की दूसरी बैठक में हर वार्ड में 50-50 लाख रुपये के कार्य करने का प्रस्ताव पास हुआ था। सवा दो साल हो गए। अभी भी 22 लाख रुपये के कार्य पेडिंग है। हमीदा में पानी की निकासी, ममीदी में सीवरेज लाइन, श्मशान घाट का रास्ता, कब्रिस्तान में कार्य बैठक न होने से रुके पड़े हैं। शहीद रोकी हर्बल पार्क व लाडो पार्क के सुंदरीकरण का काम भी अधर में है। इस बारे अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन स्थिति ज्यों कि त्यों है।

अधिकांश प्रस्तावों पर नहीं अमल

पार्षद विनोद मरवाह का कहना है कि हाउस की पिछली बैठक में जो प्रस्ताव पास हुए थे, उनमें से अधिकांश पर काम शुरू नहीं हुआ है। नगर निगम में अधिकारियों व ठेकेदारों की मनमानी चल रही है। प्यारा चौक से नेहरू पार्क तक सड़क की साइड में कई जगह इंटरलाकिंग टाइलें धंस चुकी हैं। इसके अलावा नगर निगम कार्यालय में पार्षदों को बैठने के लिए जगह नसीब नहीं हो पा रही है। टाइलों की गुणवत्ता की जांच करना मुनासिब नहीं समझा जा रहा है।

मनमर्जी से काम हर रहे अधिकारी

पार्षद राम आसरा का कहना है कि निगम अधिकारी मनमर्जी से काम कर रहे हैं। हुडा में दो कम्युनिटी सेंटर हैं। लेकिन दोनों ही लावारिस स्थिति में है। हुडा हुडा की ओर से देखरेख हो रही है और न ही निगम जिम्मेदारी ले रहा है। दोनों विभागों में तालमेल न होने के कारण करोड़ों की लागत से बने ये कम्युनिटी सेंटर बदहाल होते जा रहे हैं। जबकि हाउस की हर बैठक में यह मुद्दा उठाया गया, लेकिन अधिकारियों को परवाह नहीं है।

स्ट्रीट लाइटों की नहीं सुध

वार्ड 22 से पार्शद सविता कांबोज का कहना है कि वार्ड में अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। बार-बार शिकायत किए जाने के वावजूद इनको ठीक नहीं किया जा रहा है। ऐसी लाइटों की संख्या कम नहीं है जो पेड़ों की छिपकर रह गई हैं। हाउस की पिछली बैठक में नई लाइटें लगवाए जाने का आश्वासन मिला था, लेकिन पुरानी को भी ठीक नहीं करवाया जा रहा है। नियमानुसार यदि खराब लाइटों को ठीक नहीं किया जाता तो ठेकेदार पर जुर्माना लगाने का प्रविधान है।

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