यमुनानगर में 21 हजार व्यापारियों को नोटिस की तैयारी, जानिए क्‍या है मामला

यमुनानगर में 21 हजार व्‍यापारियों को नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। नगर निगम अधिकारी सख्‍त हो गए हैं। ट्रेड लाइसेंस की वजह से व्‍यापारियों को नोटिस भेजा जाएगा। 22091 वाणिज्यिक प्रतिष्ठान दायरे में हर व्यापारी के लिए लाइसेंस लेना जरूरी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 09:45 AM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 09:45 AM (IST)
यमुनानगर में 21 हजार व्यापारियों को नोटिस की तैयारी, जानिए क्‍या है मामला
यमुनानगर में व्‍यापारियों को नोटिस भेजने की तैयारी।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। ट्रेड लाइसेंस को लेकर अब नगर निगम ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। हालांकि व्यापारी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं, बावजूद इसके नगर निगम एरिया के करीब 21 हजार व्यापारियों को ट्रेड लाइसेंस बनवाने के लिए नोटिस भेजे जाने की तैयारी है। इसकी लिस्ट तैयार कर ली गई है। कुछ व्यापारी पहले ही लाइसेंस बनवा चुके हैं। लेकिन जिन्होंने नहीं बनवाया, उनके लिए यह जरूरी बताया जा रहा है। निगम अधिकारियों का कहना है कि नियमानुसार नगर निगम एरिया के हर वाणिज्यिक प्रतिष्ठान के लिए यह जरूरी है।

दायरे में 22 हजार से अधिक

पेट्रोल पंप : 32

बैंक : 111

होटल : 31

मैरिज पैलेस : 37

अस्पताल : 98

औद्योगिक इकाइयां : 2106

छोटी दुकानें : 19676

किस वर्ष कितने बने लाइसेंस

वर्ष लाइसेंस

2016-17 409

2017-18 526

2017-18 541

2018-19 555

2020-21 602

2021-22 293

यह है ट्रेड लाइसेंस

ट्रेड लाइसेंस उन लोगों को लेना होता है जो नगर निगम एरिया में कारोबार करते हैं। लाइसेंस के बदले निगम को निर्धारित फीस चुकानी होती है। यह लाइसेंस केवल एक साल के लिए मिलता है। हर साल 1 अप्रैल से नए सत्र के साथ ट्रेड लाइसेंस का भी नवीनीकरण कराना होता है, जिसके लिए हर साल शुल्क चुकाना पड़ता है। नगर निगम की ओर से ट्रेड लाइसेंस की 90 से ज्यादा कैटेगरी तय की गई हैं। फीस का स्लैब कारोबार के हिसाब से अलग है। सबसे अधिक फीस वाहनों के शोरूम, एयर कंडीशन मैरिज हाल, कोचिग सेंटर, बैंक्वेट हाल, मल्टीप्लेक्स, नर्सिंग होम, कपड़ों के शोरूम, निजी अस्पताल, होटल, माल पर पड़ता है

व्यापारियों में रोष

एक ट्रेड लाइसेंस बनवाने के लिए सात-आठ अन्य लाइसेंस लेने पड़ते हैं। छोटे व्यापारी इन शर्तों को पूरा नहीं कर सकता। हमने पहले भी ट्रेड लाइसेंस का विरोध किया था, भविष्य में भी किया जाएगा। पहले ही करीब छह प्रकार के टैक्स सरकार को दे रहे हैं। सरकार ने वादा भी किया था कि जीएसटी पास होने पर अन्य टैक्स माफ किए जाएंगे। ऐसा नहीं किया गया। अब उन पर निगम ट्रेड लाइसेंस देने का जोर दिया जा रहा है। इस लाइसेंस को वह किसी कीमत पर नहीं लेंगे, अगर जबरन देने का प्रयास किया तो विरोध किया जाएगा।

व्यापारियों के लिए ट्रेड लाइसेंस बनवाना जरूरी है। यदि नियमों को लेकर व्यापारियों को किसी तरह की परेशानी है तो उनकी सहायता की जाएगी। नगर निगम एरिया में चल रहे विभिन्न वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के संचालकों को चाहिए कि समय रहते लाइसेंस बनवाएं। लाइसेंस की फीस शहर के विकास व सुविधाओं पर ही खर्च की जाती है।

अजय सिंह तोमर, कमिश्नर, नगर निगम।

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