International Yoga Day 2021: योग में विश्व और एशियन चैंपियन का जीत चुके खिताब, हजारों लोगों को किया स्वस्थ

योगाचार्य जोरा सिंह आर्य। योग में विश्‍व और एशियन चैंपियन का खिताब जीत चुके हैं। अब योगाचार्य बनकर लोगों को स्‍वस्‍थ रहने में उनकी मदद करते हैं। 42 साल में योग के जरिए हजारों लोगों को किया स्वस्थ। उनका कहना है कि फीसदी बीमारियों का इलाज योग से संभव।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 04:26 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 04:26 PM (IST)
International Yoga Day 2021: योग में विश्व और एशियन चैंपियन का जीत चुके खिताब, हजारों लोगों को किया स्वस्थ
विश्‍व और एशियन चैंपियन योगाचार्य जोरा सिंह आर्य।

जींद, [कर्मपाल गिल]। जींद में योग के सशक्त हस्ताक्षर हैं योगाचार्य जोरा सिंह आर्य। योग में विश्व चैंपियन व एशियन चैंपियन का खिताब जीत चुके हैं। अब ये योगाचार्य के साथ योग चिकित्सक की भूमिका भी निभा रहे हैं। पिछले 42 साल में हजारों ऐसे मरीज हैं, जो दवा-गोलियों से ठीक नहीं हुए, वे इनकी शरण में आकर योगासन करके स्वस्थ हो चुके हैं। जोरा सिंह से योग सीखने वालों में आईएएस, आईपीएस, जजों व डाक्टरों की लंबी शृंखला है। महिला हो या बच्चे, बूढ़े हो या जवान, जोरा सिंह ने योग के जरिए लोगों की जटिल बीमारियों को दूर किया है।

दैनिक जागरण से बातचीत में जोरा सिंह आर्य कहते हैं कि योग सिर्फ शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि शरीर और मन को संतुलित रखता है। योग प्राकृतिक विज्ञान है। यह जीवन जीने की कला है। आखिरी सांस तक बीमारियों से दूर रहना है तो योग से दोस्ती करनी पड़ेगी। सड़क हादसे में कोई हड्डी टूटने जैसी कुछ बीमारियों को छोड़ दिया जाए तो योग के जरिए 85 फीसदी बीमारियों का इलाज संभव हैं। चार दशक से योगाभ्यास करवा रहा हूं। इस दौरान हजारों लाेगों को वजन, सिर दर्द, श्वास संबंधी विकास, महिलाओं को पैरों में तकलीफ, बच्चेदानी की समस्या, घुटनों का दर्द, सर्वाइकल, शुगर, बीपी जैस बीमारियां योग करवाकर ठीक की हैं।

अर्बन एस्टेट में डिवाइन योगा सेंटर चला रहे जाेरा सिंह आर्य बताते हैं कि जींद शहर में कई साल पहले डीसी रहे राजीव शर्मा व उनकी पत्नी को योग कराया था। उसके बाद भी एक डीसी को कुछ समस्या थी, उनको योग कराया। सालभर पहले एक जज के घर पर दो महीने तक पूरे परिवार को योग करवाया। पहले भी दो जजों की समस्या योग के जरिए दूर करवाई।

दो आईपीएस के घर योग की कक्षाएं लगाई। एक आईपीएस सरदारजी थे, उनको योग से स्वस्थ किया। शहर के कई एलोपैथी के डाक्टरों को योग सीखा चुका हूं। अस्थमा, साइटिका, मानसिक परेशानी, दमा, नजला, जुकाम, फाइब्रोमायल्जिया, गठिया बाय, चर्म रोग जैसी बीमारियों से पीड़ित सैकड़ों लाेगों को स्वस्थ किया है। एक आयुर्वेदिक डाक्टर को पाचन क्रिया की समस्या है, आजकल वे रोज योग कक्षा लगाने आते हैं। जोड़ों के दर्द, थायराइड, डिप्रेशन जैसी समस्याएं योग करने वालों को कभी नहीं हो सकती। योग करने से इंसान की जिंदगी बदल जाती है। उसकी सोच में बदलाव आ जाता है। इसलिए सबको योग जरूर करना चाहिए।

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