अंबाला में मजदूर की पीट-पीटकर हत्या, शव को सड़क किनारे फेंक फरार हुए मुंशी व सहयोगी

अंबाला में मजदूर की हत्‍या कर दी गई। हत्यारोपितों ने डंडो से पीटकर रविंद्र माझी को उतारा मौत के घाट। मृतक रविंद्र माझी मूलरूप से बिहार के हरदोई का रहने वाला था वह पानीपत से अपने भांजे को मिलने के लिए आया था।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:14 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:14 PM (IST)
अंबाला में मजदूर की पीट-पीटकर हत्या, शव को सड़क किनारे फेंक फरार हुए मुंशी व सहयोगी
अंबाला में पीट पीटकर मजदूर की हत्‍या।

अंबाला, जेएनएन।  प्रेम संबंधों में चल रही तकरार के चलते ईंट भट्ठा मजदूर रविंद्र माझी की डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक पानीपत से पंजाब के राजगढ़ ईंट भट्ठा पर काम करने वाले अपने भाई उमेश माझी और भांजा विनोद उर्फ बौधा से मिलने के लिए आया था। जब भांजा विनोद उर्फ बौधा व रविंद्र अंबाला शहर के गांव मानकपुर भट्ठा पर काम करने वाले जानकार जमाही के पास पहुंचे तो इसी भट्ठे के मुंशी अर्जुन व अजीत माझी व अन्य ने उनसे झगड़ा कर डंडों से पीटना शुरू कर दिया।

विनोद उर्फ बौधा ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई जबकि गंभीर चोटें लगने से रविंद्र माझी की मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी फरार हो गए। सदर थाना पुलिस ने मृतक रविंद्र माझी के भाई उमेश माझी की शिकायत पर मुंशी अर्जुन व अजीत माझी तथा अन्य के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। उधर, पुलिस ने मृतक रविंद्र माझी का पोस्टमार्टम करवाकर स्वजनों को सौंप दिया है।

घायल भांजा ने भट्ठे पर आकर बताई थी सारी बात

पुलिस को दिये बयानों में मृतक रविंद्र माझी के भाई बिहार के जिला नालंदा के गांव बराकल निवासी उमेश माझी ने बताया कि वह पंजाब के राजगढ़ में ईंट भट्ठे पर काम करता है। इसी भट्ठे पर भांजा विनोद उर्फ बौधा भी काम करता है, जबकि भाई रविंद्र माझी पानीपत के गांव इसराना भट्ठे पर काम करता था और परिवार भी साथ रहता है। भाई रविंद्र माझी उसे व भांजा से मिलने के लिए पंजाब भट्ठे पर आया था। विनोद उर्फ बौधा ने रविंद्र माझी को कहा कि मेरे जानकार गांव मानकपुर भट्ठा पर काम करते हैं जिसे मिलने लिए वह दोनों रात को चले गए थे।

वहां मानकपुर भट्ठा पर काम करने वाले मुंशी अर्जुन व अजीत माझी व अन्य ने झगड़ा कर डंडों से पीटना शुरू कर दिया, जबकि विनोद उर्फ बौधा घायल अवस्था में अपने भट्ठे राजगढ़ पहुंच गया। उधर, अगले दिन उमेश माझी अपने लड़के कुंदन माझी, भांजा मंगल माझी और अजय व अन्य ईंटों की ट्राली लेकर गांव डंगडेहरी जा रहे थे तो जब वे डडियाना व लोहगढ़ कट के पास पहुंचे तो उन्होंने रविंद्र माझी को सड़क किनारे घायल अवस्था में देखा। पास जाकर देखा तो उसका शरीर ठंडा था और सिर, मुंह व अन्य जगहों पर काफी चोटें लगी हुई थी। उसके बाद कुंदन ने घर पर फोन कर रविंद्र की इस हालत के बारे और विनोद उर्फ बौधा यहां न होने के बारे में बताया। इसी दौरान बौधा भी वहां पहुंच गया और रात की सारी बात बताई।

प्रेम संबंधों की तकरार से हुआ झगड़ा

उमेशी माझी के भांजे विनोद उर्फ बौधा ने उन्हें बताया कि रात को वह दोनों मानकपुर भट्टा पर जमाही के पाए गए थे जहां पर उन्होंने शराब पी ली थी। वहीं पर इसी भट्ठे के मुंशी अर्जुन व अजीत माझी व अन्य वहां आए और बहस कर मारपीट व डंडों से मारना शुरू कर दिया। जानकारी के अनुसार विनोद उर्फ बौधा की जमाही की लड़की के साथ दोस्ती थी। जो पहले भी कई बार जमाही के घर मानकपुर भट्ठा पर जाता था। रात को जमाही के घर पर खाना खाया जो अपने परिवार के साथ सो गया था। इसी दौरान अर्जुन व अजीत व अन्य उनसे मारपीट शुरू कर दी थी।

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