राजनीतिक रैलियां हो रही तो मंदिर बंद क्यों

उन्होंने कहा कि हजारों लोगों की आस्था फाल्गुन माह में चुलकाना धाम मंदिर से जुड़ी है। ऐसे में मंदिर को बंद रखना ठीक नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 07:37 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 07:37 AM (IST)
राजनीतिक रैलियां हो रही तो मंदिर बंद क्यों
राजनीतिक रैलियां हो रही तो मंदिर बंद क्यों

जागरण संवाददाता, पानीपत : वृंदावन ट्रस्ट पानीपत के प्रतिनिधिमंडल ने वीरवार को चुलकाना समिति मंदिर के अध्यक्ष नरेश सिगला से मुलाकात कर ट्रस्ट की तरफ से एक मांगपत्र सौंपा। ट्रस्ट की टीम ने मांग रखी कि स्कूल खुले हैं, बसें चल रही हैं, बाजार खुले हैं, राजनीतिक लोग रैलियां कर रहे हैं तो मंदिर को क्यों बंद रखा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हजारों लोगों की आस्था फाल्गुन माह में चुलकाना धाम मंदिर से जुड़ी है। ऐसे में मंदिर को बंद रखना ठीक नहीं है। काकू बंसल व नवल जिदल ने वृंदावन ट्रस्ट की तरफ से लिखित मांग पत्र चुलकाना धाम समिति के पदाधिकारियों को सौंपा।

उन्होंने कहा कि मान्यता अनुसार श्रीश्याम बाबा चुलकाना वाले का फाल्गुन के महीने में एकादशी व द्वादशी को भारी मेला लगता है। जो प्राचीन काल से चली आ रही मान्यता है। यहां पर महाभारत के युद्ध में फाल्गुन शुक्ल पक्ष की द्वादशी को पांडव पुत्र भीम के पौत्र वीर बर्बरीक के शीश का दान हुआ था। इस स्थान का जो प्राचीन नाम है। उन्होंने कहा कि मंदिर में मेला लगाने की अनुमति दी जाए। इस मौके पर विकास गोयल, संजय गोयल, हरीश बंसल, पुनीत गर्ग, बलदेव गांधी, जोगिदर कुंडू, सुनील रावत, वरुण सिगला, प्रमोद मित्तल, अतुल गुप्ता, राकेश बंसल, आशीष गर्ग, नवीन गर्ग, गौरव बंसल, मुकेश गोयल, राहुल गुप्ता मौजूद रहे।

84 सिद्ध पीठों में से एक

ट्रस्ट सदस्यों ने बताया कि चुलकाना में श्री चुनकट महर्षि लकीसर बाबा का मंदिर भी है। बाबा ने यहां लाखों वर्षो तक सतयुग में तप किया था और यहां की भूमि को पावन बना दिया था। इस पीठ को भारतवर्ष के 84 सिद्ध पीठों में शामिल होने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने कहा कि मथुरा वृंदावन, नंदगांव बरसाना खाटू में कोई मंदिर बंद नहीं है तो चुलकाना धाम श्री ठाकुर श्याम बाबा मंदिर क्यों बंद किया जा रहा है।

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