Panipat weather update : दिसंबर के पहले सप्ताह में मौसम लेगा यू-टर्न, 24 घंटे में दिखेगा असर
दिसंबर के पहले सप्ताह में मौसम में परिवर्तन देखने को मिलेगा। 24 घंटे मौसम साफ रहेगा। इसके बाद तापमान में गिरावट होगी। दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। वहीं ठंड के बाद अब अधिकतम तापमान बढ़ रहा है।
पानीपत, जेएनएन। कई दिन से पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच मौसम में अचानक बदलाव हो गया। मंगलवार को दिन का तापमान बढ़ोतरी के साथ 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूतनम तापमान भी बढ़ोतरी के साथ 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। उम्मीद के विपरित अचानक तापमान बढ़ गया है। हालांकि तापमान में इस मामूली उछाल से ज्यादा फर्क पड़ने वाला नहीं है।
दिसंबर माह के पहले सप्ताह में ही फिर से मौसम यू-टर्न लेगा और अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। मंगलवार को सुबह के समय नमी की मात्रा 100 फीसदी दर्ज की गई जो शाम को मामूली गिरावट के साथ 97 फीसदी दर्ज की गई। हवा 2.8 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में मौसम साफ रहेगा। तापमान की यथास्थिति बनी रह सकती है।
मौसम विशेषज्ञ डा. डीएस बुंदेला ने बताया कि अभी जो मौसमी सिस्टम बना हुआ है उससे बरसात की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है। दिसंबर व जनवरी माह कड़ाके की ठंड का माना जाता है। उम्मीद यही है कि इस बार ठंड लंबी और अच्छी गिरेगी, जिससे रबि की फसलों को फायदा होगा।
इधर यमुनानगर में मौसम ने अपना तेवर दिखाया। पारा दिनोंदिन लुढ़कता जा रहा है। सर्दी का असर जनजीवन पर पड़ रहा है, कोहरे के कारण राहगीरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मंगलवार की सुबह कोहरा छाया रहा। जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। सड़कों पर वाहन रेंगते दिखाई दिए। सुबह दस बजे तक आसमान में धुंध छाई रही। न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस रहा। आने वाले दिनों में कोहरा ज्यादा सता सकता है।
धीरे चलाए वाहन, रिफ्लेक्टर टेप अवश्य लगवाएं
डीसी मुकुल कुमार ने वाहन चालकों का आह्वान किया कि कोहरे को ध्यान में रखते हुए वाहनों को धीरे चलाएं। वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप अवश्य लगवाएं। टेल लाइट व डिपर जलाकर रखें। सड़क व वाहन दुर्घटना होने की सूचना टोल फ्री नंबर 1073 पर दें। निर्धारित से अधिक गति पर वाहन के पकड़े जाने पर जुर्माना किया जाएगा। मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 19, केंद्रीय मोटर यान अधिनियम 1989 की धारा 21 के तहत वाहन चालक का ड्राइविंग लाइसेंस तीन माह के लिए निलंबित किया जा सकता है। देश में प्रतिवर्ष अनुमानित पांच लाख सड़क दुर्घटनाए होती है, जिनमें से लगभग दो लाख तेज रफ्तार के कारण होती हैं। करीब एक लाख 40 हजार लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है।