Weather forecast Haryana: दिल्‍ली सहित हरियाणा में बदलेगा मौसम का मिजाज, पहाड़ों पर बर्फबारी का होगा असर

दिल्‍ली सहित हरियाणा के मौसम में 24 घंटे में बदलाव होगा। पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद मैदानी क्षेत्रों में बढ़ेगी सर्दी। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में हो सकती है बूंदाबांदी न्यूनतम तापमान में आ सकती है गिरावट।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:13 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:13 AM (IST)
Weather forecast Haryana: दिल्‍ली सहित हरियाणा में बदलेगा मौसम का मिजाज, पहाड़ों पर बर्फबारी का होगा असर
पहाड़ों पर बर्फबारी का हरियाणा के मौसम में असर।

करनाल, जागरण संवाददाता। मौसम विभाग के मुताबिक एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में पहुंच चुका है। इसके प्रभाव से जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश सहित उत्तराखंड में बरसात और बर्फबारी होने की संभावना है। पंजाब हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी जिलों में हल्की बरसात के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बरसात संभव है। दिल्ली तथा उसके आसपास के इलाकों में मेघ गर्जना या हल्की बरसात हो सकती है। इस पश्चिमी विक्षोभ का असर 6 दिसंबर तक पहाड़ी राज्यों में देखा जा सकता है। उत्तर भारत में बादल छाए रहने से न्यूनतम तापमान कुछ बढ़ सकते हैं तथा अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जा सकती है।

सात दिसंबर को यह पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी दिशा में आगे बढ़ जाएगा। 7 दिसंबर से ही उत्तर भारत में उत्तर पश्चिम दिशा से बर्फीली हवाएं चलने लगेंगी। यह उत्तर-पश्चिमी हवाएं बर्फीले पहाड़ों से होती हुई आएंगी तथा इनके प्रभाव से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान के कई भागों में रात के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी। 8 से 10 दिसंबर के बीच हरियाणा तथा राजस्थान के कुछ भागों में शीतलहर चल सकती है। दिल्ली तथा उसके आसपास के इलाकों में भी न्यूनतम तापमान एकल इकाई में आ जाएंगे। 7 दिसंबर से उत्तर भारत कुछ भागों में सुबह के समय कोहरा छाने की संभावना है। कोहरे के कारण उत्तर पश्चिम भारत दिन के तापमान भी कुछ गिर सकते हैं। जिसे ठंड में बढ़ोतरी होगी।

इस समय देशभर में यह बना है मौसमी सिस्टम

चक्रवात जवाद कमजोर होकर एक गहरे दबाव में बदल गया है और आज 5:30 बजे यह उत्तर पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 18.4 उत्तर देशांतर और 85.4 पूर्व अक्षांश के करीब था। दक्षिण गुजरात तट के पास पूर्वोत्तर अरब सागर पर सर्कुलेशन अभी भी बना हुआ है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के पास पहुंच गया है।

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