Weather Update: कैथल में बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से मिली राहत, किसान चिंतित

कैथल में मौसम में बदलाव होने के बाद आसमान में बादल छा गए। जिसके बाद नौ बजे के करीब बरसात शुरू हो गई। जो साढ़े दस बजे तक रुक-रुक कर जारी रही। जिले के सीवन क्षेत्र में अधिक बरसात हुई।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 01:19 PM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 01:19 PM (IST)
Weather Update: कैथल में बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से मिली राहत, किसान चिंतित
कैथल में सुबह से रुक रुक कर बारिश।

कैथल, जागरण संवाददाता। हरियाणा में पिछले दिनों से मौसम में बदलाव होने के बाद आसमान में बादल छाए रहते हैं। इसी कड़ी में कैथल में सुबह मौसम में अचानक बदलाव से बरसात शुरू हो गई जो साढ़े दस बजे तक रुक-रुक कर जारी रही। वहीं, जिले के सीवन क्षेत्र में अधिक बरसात हुई। जिससे इस मौसम से लोगों को गर्मी व उमस से राहत मिली है।

कपास की फसल को नुकसान होने की संभावना

बता दें कि इस मौसम में होने वाली बरसात से बासमती धान का फायदा है। जबकि मोटा धान और कपास की फसल को नुकसान होने की संभावना है। इसके साथ ही इस मौसम में सब्जियों की फसल को भी काफी नुकसान है। बता दें कि इस मौसम में होने वाली बरसात से बेल वाली सब्जियों को अधिक नुकसान होता है। जिसके चलते सब्जियों की महंगाई की मारी भी कमी के कारण पड़ती है। बता दें कि सीवन क्षेत्र में सब्जियों की फसल अधिक उगाई जाती है। यहां पर अधिक बरसात होने की स्थिति में यहां पर सब्जियों की फसल को अधिक नुकसान होने की संभावना है।

धान की फसल को होगा इस बरसात से फायदा

पिछले दिनों से प्रदेश में हो रही बारिश से जहां कपास की फसल के किसानों को नुकसान हो रहा है वहीं धान की फसलों में किसानों को फायदा होता नजर आ रहा है। क्योंकि धान की फसल के लिए किसानों को पानी ज्यादा आवश्यता होती है तो लगातार हो रही बारिश से फसलों में पानी आपूर्ति हो रही है।

किसान लें परामर्श

कृषि विज्ञानी केंद्र, कैथल के विज्ञानी रमेश चंद्र ने बताया कि इस मौसम में 1121 व बासमती की धान को फायदा है। वर्मा ने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार अभी 10 सितंबर तक बरसात होने की संभावना बनी रहेगी। रमेश चंद्र वर्मा ने कहा कि किसान बासमती धान में पानी देने से पहले कृषि विज्ञानी की सलाह जरूर लें। इसके साथ ही इस समय बरसात होने के अनुमान के चलते सब्जियों की फसल में पानी न दें। ऐसी स्थिति में अधिक पानी होने पर सब्जियों की फसल को नुकसान हो सकता है।

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