Haryana Weather News: मौसम में अचानक बदलाव, हरियाणा में बारिश-ओलावृष्टि, जानिए क्‍या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ

हरियाणा में मौसम ने अचानक करवट ली है। पानीपतकरनाल कुरुक्षेत्र यमुनानगर सहित कई जिलों में बारिश हुई। वहीं यमुनानगर में ओलावृष्टि भी हुई। पानीपत-करनाल-कुरुक्षेत्र की मंडियों में धान की ढेरियां भीगीं। वहीं मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आज भी मौसम बदल सकता है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 09:15 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 09:15 AM (IST)
Haryana Weather News:  मौसम में अचानक बदलाव, हरियाणा में बारिश-ओलावृष्टि, जानिए क्‍या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ
पानीपत अनाज मंडी में पानी से धान को इकट्ठा करती महिला। राजेंद्र फोर

पानीपत, जागरण टीम। पानीपत, करनाल, यमुनानगर सहित हरियाणा के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। धान व कपास के किसानों को काफी नुकसान हुआ। कुरुक्षेत्र, पानीपत, यमुनानगर समेत कई जिलों में अनाजमंडियों में खुले में पड़ी धान की ढेरियां भींग गईं। यमुनानगर में तो ओलावृष्टि भी हुई, जिससे खेतों में फसलों को काफी नुकसान हुआ। करनाल में सर्वाधिक 24.6 मिलीमीटर बारिश हुई तो पानीपत, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर में भी लोगों को भारी परेशानी हुई। खरीदारी के लिए बाजार गए लोग भी इधर-उधर छिपते दिखे।

धान की कटाई पर लगी ब्रेक, बिक्री भी होगी प्रभावित

यमुनानगर में तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से खड़ी धान व सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ। फसल खेतों में झड़ गई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। धान की कटाई पर फिर ब्रेक लग गई है।

आज भी बारिश के आसार

मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक 25 अक्टूबर को भी बारिश हो सकती है। वहीं, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डा. जसविंद्र सैनी के मुताबिक अभी 40 प्रतिशत धान खेतों में है। बारिश से इस फसल को नुकसान हुआ है।

कहां कितनी बारिश

जिला बारिश (एमएम)

यमुनानगर 10

झज्जर 4

सिरसा 10

कुरुक्षेत्र 4

अंबाला 13

नुकसान की भरपाई करे सरकार

भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान सुभाष गुर्जन ने बताया कि जिले में ओलावृष्टि से सैकड़ों एकड़ धान की फसल हुई बर्बाद हो गई है। घाड़ क्षेत्र के हरतोल, अराईयांवाला, बमनोली मजाफत, सलेमपुर, बनकट काटरवाली, तेलीपुरा, माडो इस्माइलपुर, दादूपुर देवधर खिजराबाद में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। मंडियों में पड़ी धान भी भारी बरसात के कारण पानी में बह गई है। सरकार से मांग की है कि जल्दी सर्वे करवाकर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। उनका कहना है कि सरकार किसानों को जानबूझकर परेशान कर रही है। जिस किसान के बैंक खाते में धान की फसल की पेमेंट आती है। बैंक वाले उसको किसान के लोन लिमिट में काट लेते हैं। बूंदी राम निवासी जयधरी किसान के खाते में दो लाख रुपये आए थे। केनरा बैंक दादूपुर ने उनको किसान के लोन के खाते में जमा कर लिया था। मौके पर पहुंची भारतीय किसान यूनियन की टीम ने किसान को नगद पैसे दिलवाए। ऐसे ही कई मामले बिलासपुर, तुबी, रामपुर रादौर में हरियाणा ग्रामीण बैंकों में भी हुए है। मौके पर किसान कर्णवीर सलेमपुर, सुभाष हरतोल, मोहन लाल,, सुखदेव सलेमपुर, विनोद डांगी, बाजेंद्र राणा, उदय व अन्य उपस्थित थे।

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