हम एक तो देश मजबूत, बच्चों को बताया एकता का महत्व

एसडीवीएम सिटी स्कूल में दैनिक जागरण की संस्कारशाला पाठशाला का आयोजन हुआ। विद्यार्थियों को हम एक तो देश मजबूत कहानी सुनाकर राष्ट्र की अखंडता के बारे में बताया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 07:23 AM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 07:23 AM (IST)
हम एक तो देश मजबूत, बच्चों को बताया एकता का महत्व
हम एक तो देश मजबूत, बच्चों को बताया एकता का महत्व

जागरण संवाददाता, पानीपत : एसडीवीएम सिटी स्कूल में दैनिक जागरण की संस्कारशाला पाठशाला का आयोजन हुआ। विद्यार्थियों को हम एक तो देश मजबूत कहानी सुनाकर राष्ट्र की अखंडता के बारे में बताया गया। स्कूल प्रिंसिपल मीनाक्षी श्राफ ने विद्यार्थियों को राष्ट्र की अखंडता की परिभाषा का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्र की एकता एवं अखंडता को बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने दैनिक जागरण की पहल को सराहनीय बताया। वहीं विद्यार्थियों ने प्रिसिपल की बातों को ध्यानपूर्वक सुन अपनी जिज्ञासा अनुसार प्रश्न भी पूछे। प्रिसिपल मीनाक्षी श्राफ ने कहा कि विभिन्न धर्मों, परंपराओं, जातियों के साथ गांवों और शहरों से मिलकर हमारा देश भारत बना है। राष्ट्र की एकता एवं अखंडता को बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है। राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के लिए हमें सामाजिक व शैक्षणिक स्तर पर कार्य करने होंगे। तभी राष्ट्र को मजबूती मिलेगी।

उन्होंने बच्चों से कहा कि राष्ट्र की मजबूती को लेकर आप भी अहम रोल अदा कर सकते हैं। सामाजिक स्तर की बात की जाए तो समाज की सबसे पहली इकाई परिवार है। बच्चा हर प्रकार की अच्छी और बुरी दोनों बातें यहीं से सीखता है। जो धीरे-धीरे सामाजिक परंपराओें से अवगत होकर अपनी संस्कृति, भाषा और अपने राष्ट्र से प्रेम करना सीखता है। इसलिए माता पिता का फर्ज है कि बच्चों को मिलकर काम करना, खेलकूद करना, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेना सिखाएं।

प्रिसिपल ने कहा कि शैक्षणिक स्तर पर राष्ट्रीय अखंडता की बात करें तो हमारे विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय अहम भूमिका निभाते हैं। राष्ट्रीय अखंडता को बनाए रखने के जितने भी स्त्रोत हैं सब बच्चों को सिखाने वाले होते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक माता-पिता और बच्चे तीनों समाज की ऐसी शाखाएं हैं, जिन पर राष्ट्रीय अखंडता की नींव है। अध्यापक को राष्ट्र का निर्माता कहा जाता है तो राष्ट्रीयता की भावना एक अध्यापक से बेहतर और कौन सीखा सकता है। कहानी से काफी कुछ सीखा

विद्यार्थी अर्नव ने कहा कि हम एक तो देश मजबूत कहानी सुनकर काफी कुछ सीखने को मिला। हमें गांधी जी की इस कहानी से प्रेरणा लेनी चाहिए। उनके दिखाए रास्ते पर चले। भारत हम सभी का है, इसकी तरक्की तभी हो सकती है। जब सबकी तरक्की और सभी आगे बढ़ें। हम एक होंगे, देश मजबूत होगा

छात्रा शिफाली ने कहा कि कहानी से राष्ट्र की अखंडता बारे जानकारी मिली। हम एक होंगे तो देश मजबूत होगा। हम किसी भी प्रदेश से हो, लेकिन पहले हम भारतीय हैं। तभी हमारा देश सबसे आगे रह सकता है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमारा देश एक है।

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