सर्विस लेन पर जलभराव, हाइवे पर निकासी की खुली पोल

गर्मी से राहत देने के साथ मानसून की पहली बारिश ने हाइवे प्राधिकरण के जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी है। शहर से लगते करीब डेढ़ किलोमीटर सर्विस लेन का बुरा हाल है। पत्थर बिखरे तो गड्ढों में पानी भरा है। सड़क टूट रही है। ठेकेदार ने कहीं निकासी व्यवस्था दुरुस्त नहीं की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 08:02 AM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 08:02 AM (IST)
सर्विस लेन पर जलभराव, हाइवे पर निकासी की खुली पोल
सर्विस लेन पर जलभराव, हाइवे पर निकासी की खुली पोल

जागरण संवाददाता, समालखा : गर्मी से राहत देने के साथ मानसून की पहली बारिश ने हाइवे प्राधिकरण के जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी है। शहर से लगते करीब डेढ़ किलोमीटर सर्विस लेन का बुरा हाल है। पत्थर बिखरे तो गड्ढों में पानी भरा है। सड़क टूट रही है। ठेकेदार ने कहीं निकासी व्यवस्था दुरुस्त नहीं की है।

सर्विस लेन के ऊंचे-नीचे होने से औद्योगिक क्षेत्र, पुराना बस अड्डा और बिजली दफ्तर के सामने जलभराव की समस्या हो गई है। हल्की बारिश में भी एक से डेढ़ फीट जमा हो जाता है, जिसकी कही निकासी नहीं है। पास से गुजर रहे नाले ऊंचे हैं। नाले की भी कहीं निकासी नहीं है। कुछ जगह ये अधूरे भी हैं। जलभराव से गड्ढे बन रहे हैं। पानी भरे होने से चालकों को पता नहीं चलता है, जो हादसे का कारण बन रहा है। दोनों ओर से वाहनों के आने पर क्रासिग के साथ दुर्घटना की स्थिति रहती है। पुराना बस अड्डा तो निकासी के अभाव में झील बना है। धान को होगा फायदा, किसानों के चेहरे खिले

मौसम सुहाना होने के साथ दिनभर हुई रिमझिम बारिश धान की फसल के लिए फायदेमंद है। किसानों की बिजली पर निर्भरता कम हो गई है। बिजली खपत में भी एक तिहाई कमी आई है। बिजली कर्मियों को राहत मिली है। समालखा के किसान जयवीर सिंह , पट्टीकल्याणा के मिटू प्रधान, राजेश सिंह, दर्शन सिंह आदि ने बताया कि बारिश से धान के पौध को फायदा मिलेगा। रोपाई में भी तेजी आएगी। वहीं नपा कर्मचारी दिनभर कस्बे की नालों की सफाई में लगे रहे। मेन ड्रेन सहित नाला-नालियों को ओवरफ्लो होने नहीं दिया।

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