ग्वालियर डिस्टिलरी का मालिक वांटेड, इन राज्‍यों में शराब तस्‍करी कर पहुंचाया नुकसान

बिना परमिट अवैध रूप से एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल सप्‍लाई करने के मामले में ग्वालियर डिस्टिलरी का मालिक वांटेड है। मध्य प्रदेश के इंदौर से बिना परमिट अवैध रूप से चंडीगढ़ शराब फैक्ट्री में पहुंचता था ईएनए। गुजरात छत्तीसगढ़ बिहार आदि में शराब तस्करी कर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 08:54 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 08:54 AM (IST)
ग्वालियर डिस्टिलरी का मालिक वांटेड, इन राज्‍यों में शराब तस्‍करी कर पहुंचाया नुकसान
ग्वालियर डिस्टिलरी का मालिक सुनील यादव हरियाणा पुलिस का वांटेड

अंबाला, [दीपक बहल]। ग्वालियर डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड, भिंड से बिना परमिट के अवैध रूप से टैंकरों में चंडीगढ़ स्थित विनायक डिस्टिलरी के लिए एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ईएनए) लाया जाता था। हरियाणा पुलिस ने ग्वालियर डिस्टिलरी के मालिक सुनील यादव को भी अपने मुकदमे में वांटेड किया है। विनायक डिस्टिलरी के मालिक उदय सिंह को अमृतसर से गिरफ्तार किया गया है। वह अब 28 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर है। उदय सिंह दिल्ली का रहने वाला है।

इस तस्करी का राज लगभग एक महीने पहले 25 जून की रात में तब खुला था, जब दिल्ली-अंबाला हाईवे पर अंबाला के शाहपुर के पास से अंबाला पुलिस ने एक टैंकर को रोका था। टैंकर में 25 हजार लीटर ईएनए था। बिल्टी पर ईएनए की जगह सैनिटाइजर लिखा हुआ था, लेकिन पता चंडीगढ़ की शराब फैक्ट्री का था। अंबाला पुलिस को संदेह हुआ कि बिल्टी तो सैनिटाइजर की है, लेकिन पता शराब फैक्ट्री का क्यो हैं?

इसके बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मथुरा के बलदेव नगर निवासी पार्थ शर्मा, घसीटपुर के सेक्टर-33 निवासी सतबीर सिंह उर्फ सत्ता व उत्तर प्रदेश के जिला अमेठी के गांव टिकावर निवासी चालक चंदन भारती के खिलाफ केस दर्ज किया था। अंबाला के एक पेट्रोल पंप पर भी ईएनए की एक टैंकर से दूसरे टैंकर में अदला बदली होती थी, जिसकी फुटेज लेकर जांच कर रही है। पंप मालिक सतबीर उर्फ सत्ता की गिरफ्तारी पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने 30 जुलाई तक रोक लगा रखी है। हालांकि पुलिस ने जमानत न मिले, इसके लिए अपना जवाब भी कोर्ट में पेश कर दिया है।

वाराणसी से पार्थ शर्मा को पकड़ा

पार्थ शर्मा को पुलिस ने वाराणसी से गिरफ्तार किया है, जो 28 जुलाई तक रिमांड पर है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि मध्य प्रदेश से ईएनए बिना परमिट के लाकर शराब फैक्ट्री में सप्लाई किया जाता था। 25 हजार लीटर ईएनए से करीब 75 हजार लीटर अवैध शराब बनाकर चंडीगढ़ की फैक्ट्री से उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार और अरुणाचल प्रदेश में सप्लाई की जानी थी। ग्वालियर डिस्टिलरी के प्रोडक्शन मैनेजर राजकुमार दुबे ने पुलिस पूछताछ में कई अहम जानकारियां भी दी हैं।

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