करनाल से 2017 में इसलिए सिडनी गया था विशाल जूड, जानिए क्या है पूरा मामला

सिडनी में भारत के नए कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा था। 26 जनवरी को कुछ लोग राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के साथ-साथ देश विरोधी नारेबाजी भी कर रहे थे लेकिन विशाल ने यह सहन नहीं किया और कड़ा एतराज जताया था।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Fri, 03 Sep 2021 06:05 AM (IST) Updated:Fri, 03 Sep 2021 07:00 AM (IST)
करनाल से 2017 में इसलिए सिडनी गया था विशाल जूड, जानिए क्या है पूरा मामला
15 अक्टूबर को सिडनी जेल से होगी विशाल जूड की रिहाई।

करनाल, जागरण संवाददाता। करनाल के गांव कलहेड़ी के रहने वाले विशाल जूड जनवरी माह में उस समय चर्चा में आ गए थे, जब सिडनी में भी भारत के नए कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा था। 26 जनवरी को कुछ लोग राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के साथ-साथ देश विरोधी नारेबाजी भी कर रहे थे, लेकिन विशाल ने यह सहन नहीं किया और कड़ा एतराज जताया था। आरोप है कि विशाल जूड के साथ इसी दौरान कुछ लोगों ने मारपीट भी की थी तो वहीं उस पर नस्लीय भेदभाव सहित अन्य आरोप लगाते हुए केस दर्ज करा दिए थे तो उसे अप्रैल माह में जेल में डाल दिया गया था। उसकी रिहाई के लिए जून माह में करनाल, कुरुक्षेत्र के साथ-साथ पूरे प्रदेश व देश में मुहिम शुरू हो गई थी तो सांसद संजय भाटिया व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी भरसक प्रयास किए थे। विशाल 2017 में पढ़ाई के लिए सिडनी आस्ट्रेलिया गया था, जहां वह पढ़ाई के साथ एक सर्विस स्टेशन पर बतौर मैनेजर कार्य करने लगा था।

विशाल बोला-डेढ़ माह तो उम्मीद में ही काट लूंगा

विशाल जूड का परिवार कुछ समय से सलारपुर रोड कुरुक्षेत्र में रह रहा है। इस मामले को लेकर चर्चा में विशाल के भाई रवि जूड ने कहा कि अदालत के फैसले के बाद विशाल ने उससे करीब छह मिनट तक बातचीत की और कहा कि अब डेढ़ माह है, जिसे उम्मीद के साथ काट लूंगा। उसने बताया कि भले ही इस समय वह तीसरी जेल में शिफ्ट किए हुए है, लेकिन अब पहले जैसे हालात नहीं है। कुछ सुधार हुआ है। विशाल ने अपनी रिहाई को लेकर प्रयास कर रहे हर भारतीय का आभार व्यक्त किया है। रवि ने कहा कि बजरंग बली की कृपा से विशाल जल्द ही हमारे साथ होगा। अब 15 अक्टूबर का इंतजार है। भरसक प्रयास किए जाएंगे की विशाल जेल से छूटने के बाद यहां आए। कुछ लोग इंटरनेट मीडिया के जरिए विशाल को लेकर धमकी भी देते रहे हैं, लेकिन उस समय तक हालात के अनुसार ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। वहीं रवि ने भी उससे बातचीत कर अदालत के आदेश पर खुशी जाहिर की है।

विशाल की रिहाई के लिए जुटाए 45 लाख रुपये : नाथी राम

विशाल जूड के पिता नाथी राम का कहना है कि उसकी रिहाई के लिए करनाल व कुरुक्षेत्र से लेकर प्रदेश व देश के हर नागरिक ने मुहिम शुरू कर दी थी। विधायक, सांसद व मुख्यमंत्री ने भी प्रयास किए है। इन सभी प्रयासों के परिणामस्वरूप उम्मीद है कि विशाल 15 अक्टूबर को जेल से रिहा हो जाएगा। उन्होंने बातचीत करते हुए बताया कि विशाल की रिहाई के लिए आस्ट्रेलिया में भी हमारे देशवासियों ने एकजुटता दिखाई। यहां तक कि अब तक पूरे मामले पर खर्च हुए करीब 45 लाख रुपये भी अपने प्रयासों से ही जुटाए। वहां संबंधित वकील ने भी अच्छे से पैरवी की। वीरवार सुबह उनके पास सुकून भरी काल आई। छह बजे पता चला कि विशाल को रिहा करने के अदालत ने आदेश दिए हैं।

chat bot
आपका साथी