सिडनी जेल में बंद हरियाणा के लाल विशाल जूड की 15 अक्तूबर काे रिहाई, झुकने नहीं दिया तिरंगा

15 अक्‍टूबर को सिडनी जेल से विशाल जूड रिहा हो जाएगा। इसके बाद आस्‍ट्रेलिया से घर लौटेगा विशाल। विशाल पिछले करीब पांच महीने से जेल में बंद है। विशाल जूड ने विदेश में तिरंगे को नहीं झुकने दिया था।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 05:55 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 05:55 PM (IST)
सिडनी जेल में बंद हरियाणा के लाल विशाल जूड की 15 अक्तूबर काे रिहाई, झुकने नहीं दिया तिरंगा
15 अक्‍टूबर को विशाल जूड की रिहाई होगी।

करनाल, जागरण संवाददाता। सिडनी जेल में बंद करनाल वासी विशाल जूड 15 अक्तूबर को रिहा हो जाएगा। मामले की सुनवाई के बाद वहां अदालत ने यह आदेश दिए है। विशाल जूड की रिहाई के लिए प्रयास करते रहे दोस्त संदीप धनखड़ ने सुबह करीब छह बजे परिवार को यह सूचना दी तो खुशी की लहर दौड़ गई बाद में विशाल जूड ने भी छह मिनट तक भाई रवि के साथ बातचीत की और बताया कि वह जेल से रिहा होने के बाद घर आएगा।

उन्होंने बताया है कि उस पर लगाए गए नस्लीय आरोपों को हटा लिया गया है जानकारी के मुताबिक विशाल जूड को कथित तौर पर 16 सितंबर 2020 और 14 फरवरी 2021 के बीच हुए झगड़ों के तीन आरोपों के लिए दोषी ठहराया गया। अंतिम सुनवाई के दौरान अदालत में विशाल के वकील ने जूड को खालिस्तानियों द्वारा उकसाए जाने का वीडियो भी पेश किया। इसी वीडियो के कारण यह विवाद हुआ था। जिन आरोपों के लिए जूड को दोषी ठहराया गया है उसके लिए उनकी गिरफ्तारी के दिन 16 अप्रैल 2021 से छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। इस तरह अब जूड की सजा 15 अक्टूबर 2021 को समाप्त होगी।

क्या है मामला

आस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर रहे मूल रूप से करनाल वासी 24 वर्षीय विशाल जूड को 16 अप्रैल को सिडनी में तीन आपराधिक घटनाओं में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। भारतीय राष्ट्रवादियों के एक समूह की आस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों के साथ झड़प के बाद वहां पुलिस अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी रिहाई की मांग हो रही थी। स्वजन जहां उसकी रिहाई की मांग को लेकर भरसक प्रयासों में लगे थे तो वहीं उनके समर्थन में करनाल के साथ-साथ पूरे प्रदेश व देश के लोग भी सड़कों पर उतर आए थे। लंबे समय तक मुहिम चलाई गई।

विशाल जूड जेल से 15 अक्तूबर को रिहा होने की सूचना मिलने पर खुशी जताते भाई रवि जूड व उसके दोस्त।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल व सांसद संजय भाटिया के प्रयास रंग लाए

इस मामले को लेकर 23 जून को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की थी। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने जल्द उनकी रिहाई का भरोसा दिलाया था। 10 जुलाई को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी व सांस्कृतिक मंत्रालय को विशाल जूड की रिहाई के लिए पत्र भी लिखा था। वहीं इसी मसले पर सांसद संजय भाटिया ने अलग-अलग समय में ज्ञापन के साथ-साथ व्यक्तिगत स्तर पर काफी प्रयास किए थे। सांसद की भूमिका की सराहना विशाल के परिवार ने भी की है। सांसद संजय भाटिया ने आज फोन पर बताया की बड़ी खुशी की बात है कि विशाल को न्याय मिल रहा है।

विशाल बोला-डेढ़ माह तो उम्मीद में ही काट लूंगा : रवि

इस मामले को लेकर चर्चा करने पर भाई रवि जूड ने कहा कि अदालत के फैसले के बाद विशाल ने उससे करीब छह मिनट तक बातचीत की और कहा कि अब डेढ़ माह है, जिसे उम्मीद के साथ काट लूंगा। उसने बताया कि भले ही इस समय वह तीसरी जेल में शिफ्ट किए हुए है, लेकिन अब पहले जैसे हालात नहीं है। कुछ सुधार हुआ है। विशाल ने अपनी रिहाई को लेकर प्रयास कर रहे हर भारतीय का आभार व्यक्त किया है। रवि ने कहा कि बजरंग बली की कृपा से विशाल जल्द ही हमारे साथ होगा। अब 15 अक्तूबर का इंतजार है। भरसक प्रयास किए जाएंगे की विशाल जेल से छूटने के बाद यहां आए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इंटरनेट मीडिया के जरिए विशाल को लेकर धमकी भी देते रहे हैं, लेकिन उस समय तक हालात के अनुसार ही अतिंम निर्णय लिया जाएगा। वहीं रवि ने भी उससे बातचीत कर अदालत के आदेश पर खुशी जाहिर की है। उसने कहा

विशाल की रिहाई के लिए जुटा लिए 45 लाख रुपये : नाथी राम

विशाल जूड के पिता नाथी राम का कहना है कि उसकी रिहाई के लिए करनाल व कुरुक्षेत्र से लेकर प्रदेश व देश के हर नागरिक ने मुहिम शुरू कर दी थी। विधायक, सांसद व मुख्यमंत्री ने भी प्रयास किए है। इन सभी प्रयासों के परिणामस्वरूप ही अब उम्मीद हो गई है कि विशाल 15 अक्तूबर को जेल से रिहा हो जाएगा। उन्होंने बातचीत करते हुए बताया कि विशाल की रिहाई के लिए आस्ट्रेलिया में भी हमारे देशवासियों ने एकजुटता दिखाई। यहां तक कि अब तक पूरे मामले पर खर्च हुए करीब 45 लाख रुपये भी अपने प्रयासों से ही जुटाए। वहां संबंधित वकील ने भी खूब पैरवी की। वीरवार की सुबह उनके पास सुकून भरी काल आई। छह बजे ही पता चला कि विशाल को रिहा करने के अदालत ने आदेश दिए है।

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