वायरल की मार, ओपीडी 3500 के पार
जागरण संवाददाता, करनाल बदलते मौसम में बीमारियां भी पनप रही हैं। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज, नागरिक अस्पताल के साथ-साथ निजी अस्पताल भी मरीजों से खचाखच भरे हुए हैं। लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल
बदलते मौसम में बीमारियां भी पनप रही हैं। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज, नागरिक अस्पताल के साथ-साथ निजी अस्पताल भी मरीजों से खचाखच भरे हुए हैं। लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं। खासकर बच्चे इसकी जद में आ रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में ओपीडी 2500 व नागरिक अस्पताल में 1000 के पार ओपीडी पहुंच गई है। सुबह से लेकर दोपहर तक दोनों की जगहों पर ओपीडी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए मरीजों को जद्दोजहद करनी पड़ती है। सोमवार को हालात बदतर रहे। ओपीडी से लेकर डाक्टरों तक इलाज के लिए जाने में दिनभर मरीजों को लंबी लाइनों में लगना पड़ा। आज सामान्य और फिजिशियन ओपीडी करीब 1650 रही। इनमें वायरल फीवर, मलेरिया, डायरिया, लो प्लेटलेट्स, सर्दी, खांसी, जुकाम के मरीज शामिल हैं। फिजिशियन डॉ. संजीव ग्रोवर ने बताया कि बारिश के बाद भी मरीजों के आने का सिलसिला कम नहीं हो रहा। वायरल फीवर के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। तेज बुखार में भी महिला लगाती रही चक्कर, फिर किया एडमिट
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में सोमवार को तेज बुखार से तपती महिला जांच करने के बजाय इमरजेंसी में बैठे डॉक्टर ओपीडी के चक्कर लगवाते रहे। महिला ओपीडी में गई तो उसे फिर से इमरजेंसी में भेज दिया। परिजनों की मदद से महिला किसी तरह सामान्य ओपीडी तक पहुंची। जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत को देखते हुए फौरन एडमिट कराया। सीतामाई निवासी संजना के परिजनों ने बताया कि कई दिनों से बुखार से पीड़ित है। सोमवार को ज्यादा हालत बिगड़ने पर उसे केसीजीएमसी लाया गया। इमरजेंसी के डॉक्टर ने कहा कि सामान्य ओपीडी में जाओ। उस दौरान मरीज को उसी हालत में रजिस्ट्रेशन काउंटर के बाहर बैठाकर कार्ड बनवाया। डेंगू के केसों की संख्या बढ़कर हुई 30
डेंगू के केसों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। धीरे-धीरे पांव पसार रहे डेंगू से निपटने के लिए एक बार फिर से विभाग ने एंटी लार्वा एक्टिविटी को बढ़ा दिया है। हालांकि पहले अर्बन एरिया को कवर किया जा चुका है। बारिश को देखते हुए सभी टीमों को अलर्ट कर दिया है। मलेरिया के केवल सात केस सामने आए हैं। 180 डेंगू के संदिग्ध केस हैं, जिनकी जांच के लिए सैंपल लगा दिए गए हैं। ये सावधानियां बरतें
केसीजीएमसी के डिप्टी मेडिकल सुप¨रटेंडेंट डॉ. मनीष परूथी ने बताया कि मौसम परिवर्तन से बुखार, जुकाम, सर्दी, खांसी के मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। मौसम में बदलाव के दौरान खानपान व रहन-सहन पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है। तभी मौसमी बीमारियों के प्रकोप बचा जा सकता है। बुखार से बचने के लिए मच्छरों से बचाएं, घर और आसपास सफाई रखें। जिससे मच्छर न पनपे, फुल स्लीव पकड़े पहने। लिक्विड ज्यादा मात्रा में लें।