जींद के गांवों में हंगामा, 5जी की ट्रायल को मान रहे मौतों का कारण, बंद करा रह मोबाइल टॉवर

गांवों में हो रही लगातार मौत को लेकर ग्रामीणों में भ्रम की स्थिति है। जहां स्‍वास्‍थ्‍य विभाग इसे कोरोना संक्रमण कह रहा तो गांव वाले इसे 5जी ट्रायल का असर मान रहे हैं। जींद में ग्रामीणों ने मोबाइल टॉवर तक बंद कराना शुरू कर दिया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 09:45 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 09:45 AM (IST)
जींद के गांवों में हंगामा, 5जी की ट्रायल को मान रहे मौतों का कारण, बंद करा रह मोबाइल टॉवर
जींद में गांवों में टॉवरों को बंद कराया गया।

जींद, जेएनएन। 5जी ट्रायल को लेकर गांव में लोगों की भ्रांतियां खत्म नहीं हो रही हैं। लोग कह रहे हैं कि 5जी की ट्रायल चल रही है। जिस वजह से टावरों में रेडिएशन ज्यादा है। जो मानव शरीर को नुकसान पहुंचा रही है। रेडिएशन की कहानी मानव शरीर में हार्ट की समस्या बढ़ गई है। जिससे गांव में मौतें हो रही हैं। गांव ईगराह और भिड़ताना में ग्रामीणों ने जियो, एयरटेल, आइडिया के मोबाइल टावर बंद करा दिए। 

ईगराह गांव में निजी टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधि बुलाए गए। जिन्हें ग्रामीणों ने कहा कि वह टावरों को बंद कर दें नहीं तो ग्रामीण नुकसान पहुंचा सकते हैं। जिसके चलते टावर प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से पांच-छह दिन टावरों को बंद करने की बात मान ली। टेलीकॉम कंपनियों के पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है। 

ईगराह गांव में बंद कराया टॉवर

अगर वह टावरों को बंद नहीं करते हैं, तो लोग टावरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए ईगराह गांव में टेलीकॉम कंपनी प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों की बात मानते हुए 5-6 दिन के लिए टावरों को बंद कर दिया। ताकि पता लग सके की गांव में जो मौत हो रही हैं, उनकी वजह टावरों से निकलने वाली रेडिएशन है या किसी अन्य बीमारी के कारण मौत हो रही है। 

दो सप्‍ताह में 15 मौत

गांव के लोगों का कहना है कि उनके गांव में पिछले दो-तीन सप्ताह में 15 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं हाल के दिनों में मौतों का आंकड़ा और बढ़ा है। ग्रामीणों ने यहां तक भी दावा किया कि जब से टावर को बंद किया गया है। उनके गांव में कोई मौत नहीं हुई है। हालांकि यह इत्तेफाक भी हो सकता है। प्रशासन भी स्पष्ट कर चुका है कि टावरों के रेडिएशन की वजह से कोई नुकसान नहीं हो रहा है। 

नहीं शुरू हु‍आ 5जी का ट्रायल

गांवों में 5जी की ट्रायल को लेकर फैल रही अफवाहों पर पिछले दिनों प्रशासन को बयान जारी करना पड़ा था। डीएसपी पुष्पा खत्री ने स्पष्ट किया कि जिस 5जी की ट्रायल की लोग बात कर रहे हैं और ग्रुपों में मैसेज डाले जा रहे हैं। अब तक 5जी की ट्रायल ही शुरू नहीं हुई है। ऐसे में 5जी से नुकसान को लेकर जो लोग अफवाह फैला रहे हैं, वह निराधार है।

अफवाह ने बढ़ाई परेशानी

भिड़ताना गांव में भी 5G की ट्रायल को लेकर लोगों में काफी अफवाह फैली हुई है। सभी टावरों के बंद होने से गांव में नेटवर्क की दिक्कत आ गई। जिसके कारण राशन डिपो पर ऑनलाइन तरीके से राशन बांटने और पेंशन बांटने में दिक्कत आई। वहीं लोगों की फोन कॉल नही लगी। कोरोना की इस महामारी लोग पहले ही काफी परेशान है। गांवों फैली अफवाह ने और परेशानी बढ़ा दी है।

रेडिएशन चेक कराया जाएगा

गांव के निवर्तमान सरपंच राममेहर का कहना है कि कुछ ग्रामीणों ने इकट्ठे होकर टावरों को बंद कराने का फैसला लिया था। ग्रामीणों का मानना है रेडिएशन ज्यादा होने के कारण लोगों को हार्ड अटैक हो रहा है। इसलिए सोमवार को ग्रामीण डीसी से मिलेंगे और टावरों की रेडिएशन चेक कराने की मांग करेंगे। ताकि पता चल सके कि जो टावर रेडिएशन निकल रही है वह शरीर के लिए हानिकारक है या नहीं। हालांकि चिकित्सकों का मानना है कि मौत का कारण कोरोना हो सकता है। लेकिन टेस्ट ना कराने के कारण वजह स्पष्‍ट नहीं हो रही।

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