अरुण रावल को गोली मारने के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसपी से मिले ग्रामीण

पानीपत के काबड़ी गांव के लोगों ने लघु सचिवालय पहुंच माडल टाउन में गोलीकांड पर रोष जताया। फिर एसपी को ज्ञापन सौंप आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग उठाई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 08:36 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 08:36 AM (IST)
अरुण रावल को गोली मारने के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसपी से मिले ग्रामीण
अरुण रावल को गोली मारने के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसपी से मिले ग्रामीण

जागरण संवाददाता, पानीपत : काबड़ी गांव के लोगों ने शुक्रवार को लघु सचिवालय पहुंच माडल टाउन में गोलीकांड पर रोष जताया। फिर एसपी को ज्ञापन सौंप आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग उठाई। आरोपितों पर गवाहों को धमकाने का आरोप लगाया। परिवार को खतरा होने की बात कही।

ग्रामीण विकास मोर्चा के अध्यक्ष सतपाल राणा ने बताया कि घायल के पिता जनेश्वर रावल के अलावा एक प्रतिनिधि मंडल के साथ एसपी को मामले से अवगत कराया गया है। आरोपित आपराधिक किस्म के व्यक्ति हैं, जिनके खिलाफ पहले भी अपहरण और हत्या के कई मामले दर्ज हैं। ऐसे में अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी ना होने के कारण परिवार अपने ही घर में कैद होने के लिए मजबूर हो गया है। इस मौके पर कुशल पाल चौहान, सुभाष रावल, जिले सिंह रावल, अमर सिंह, विक्रम सिंह मौजूद रहे।

ये है मामला

काबड़ी गांव के किसान अरुण रावल (25) ने बताया कि उसकी नंगला पार गांव के राजन से दोस्ती है। 19 जनवरी को राजन व पिटू ने कॉल कर कहा कि 50 हजार दे दीजिये, जबकि रुपये उसे लेने थे। उसने मना किया तो गाली-गलौज करने लगे। धमकी दी कि मां का दूध पीया है तो माडल टाउन में लाल टंकी गोल मार्केट के पास आ जाओ। वह दोस्त सिघपुरा के जोनी और सिठाना के प्रमोद उर्फ मोनू के साथ वहां पहुंचा और कॉल की। राजन ने कहा कि रावल बेकरी के पास आ जाओ। वहां गया तो राजन, पिटू, गौरी, भूरा और संदीप स्विफ्ट डिजायर कार खड़ी कर शराब पी रहे थे। राजन उसे देखते ही गाली-गलौज करने लगा। उसके साथ खड़े अन्य युवकों ने गाड़ी की डिग्गी से डंडे निकाले और उस पर हमला कर दिया। इसी दौरान राजन ने पिस्तौल से गोली चलाई तो अरुण की छाती के पास लगी। राजन दूसरी गोली चला रहा था, तथा अरुण के दोस्त मोनू ने उसे पकड़ लिया। इससे निशाना चूक गया। इसके बाद आरोपित जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। घायल अरुण को दोनों दोस्तों ने एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया, जहां से रेफर कर दिया। बाद में स्वजनों ने घायल को शहर के अन्य निजी अस्पताल में भर्ती कराया।

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