पानीपत में पैराडाइज स्कूल के मालिक ने पत्नी को भी पेपर लीक में शामिल किया, चार गिरफ्तार

ग्राम सचिव पेपर लीक मामले में पत्नी निशा ने परीक्षा दे रही गांव की संगीता से पेपर लेकर जगदीप को दिया था। जगदीप ने फोटो खींचकर राहुल को भेजा था। एनएफएल विकास नगर की सीमा सहित 10 परीक्षार्थियों तक आंसर-की पहुंचनी थी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 11:28 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 11:28 AM (IST)
पानीपत में पैराडाइज स्कूल के मालिक ने पत्नी को भी पेपर लीक में शामिल किया, चार गिरफ्तार
पैराडाइज स्कूल में ग्राम सचिव पेपर लीक मामला।

पानीपत, जेएनएन। समालखा के पैराडाइज स्कूल में ग्राम सचिव पेपर लीक करने की साजिश में शामिल स्कूल मालिक जगदीप की पत्नी निशा और परीक्षार्थी एनएफएल विकास नगर की सीमा पत्नी कुलदीप को एसटीएफ ने घर से गिरफ्तार किया। वहीं परीक्षार्थी गढ़ी केवल की संगीता पत्नी चरण ङ्क्षसह ने एसटीएफ के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने तीनों महिलाओं को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं पुलिस ने फरार मास्टरमाइंड देहरा गांव के साइंस टीचर जगपाल को भी गिरफ्तार कर लिया। मामले में 18 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दो मास्टरमाइंड मतलौडा के नरेश और बहादुरगढ़ के दीपक सहित 12 आरोपितों की तलाश की जा रही है।

एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि साजिश के तहत जगदीप ने परीक्षा सेंटर में पत्नी निशा को अनविजिलेटर (कक्ष निरीक्षक) लगवा रखा था। इसी कमरे में परीक्षा दे रही संगीता का पेपर लेकर निशा ने जगदीप को दिया। जगदीप ने पेपर का मोबाइल से फोटो खींचा और सात मिनट बाद लौटा दिया। फोटो वाट््सएप के जरिये बाहर बैठे राहुल को भेज दिया। आंसर-की कमरे में पहुंचने से पहले ही आरोपितों को पुलिस ने काबू कर लिया। वहीं आंसर की संगीता, सीमा सहित 10 परीक्षार्थियों तक पहुंचनी थी।

जगपाल था जगदीप और नरेश का एक तिहाई का हिस्सेदार

साइंस टीचर जगपाल की पैराडाइज स्कूल मालिक जगदीप से पहचान थी। जगपाल ने ही मतलौडा के नरेश को जगदीप से मिलवाया था। 12-12 लाख रुपये लेकर तीनों ने पेपर लीक परीक्षार्थियों को पास कराना था। उनके साथ राहुल, वैभव और देवेंद्र भी मिले हुए थे।

छह आरोपित दोबारा से दो दिन की रिमांड पर

तीन दिन की रिमांड के बाद एसटीएफ ने 14 आरोपितों को वीरवार को अदालत में पेश किया। इनमें से मास्टरमाइंड पैराडाइज स्कूल के मालिक जगदीप, रोहतक के पाक्समा गांव के सब इंस्पेक्टर विश्वजीत के भाई पुष्पेंद्र, रोहतक के बलियाणा गांव के सुनील, सिवाह के राजेश व अंकित और गन्नौर के गढ़ी केसरी गांव के राहुल को दोबारा से दो दिन की  रिमांड पर लिया गया है। अन्य आरोपितों जगदीप के बेटे अनुज, रोहतक की शिवाजी कालोनी के अनुज, सोनीपत के अटायल के देवेंद्र, बलियाणा के संजीत, अमन और किशनपुरा के वैभव को जेल भेज दिया गया।

रोहतक, हिसार और दिल्ली से जुड़े हैं तार

एएसपी पूजा वशिष्ठ ने मीडिया को बताया कि पेपर लीक करने वाले गिरोह का जाल पूरे प्रदेश में फैला है। दो मास्टरमाइंड के अलावा 12 से ज्यादा लोग सामने हैं। दोनों मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद गिरोह में शामिल लोगों की संख्या बढ़ भी सकती है।

12 आरोपितों की तलाश

एसआइटी मास्टरमाइंड मतलौडा के नरेश, बहादुरगढ़ के दीपक, मतलौडा के मंजीत, दिल्ली का रामदत्त और सोनीपत के तेवड़ी के सतीश सहित 12 आरोपितों की तलाश में दिल्ली, सोनीपत, बहादुरगढ़, हिसार और राजस्थान सहित 12 संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।  

अंकित के कार्ड बनाए जाने की परतें खोलने में जुटी एसआइटी

अंकित ने करनाल में डिस्ट्रिक हेड का कार्ड बनवा रखा था। इसी वजह से वे किसी भी सेंटर पर जा सकता था। जांच में पता चला है कि ये कार्ड रोहतक के मदीना गांव के राजू ने बनवाया था। एसआइटी भी कार्ड बनाए जाने के मामले की परतें खोलने में जुटी है।  

आरोपितों को कोर्ट में पेश करने में बरती सावधानी

पुलिस ने आरोपितों को पेश करने में सावधानी बरती। सभी को चार वाहनों में अदालत परिसर में दोपहर बाद ले जाया गया। कोविड-19 की वजह से आरोपितों को वाहनों से बाहर नहीं निकाला। बाहर ही दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर चालान पेश किया। पुलिस द्वारा डिक्लोजर में मुजरिम का गुनाह नहीं लिखने से एक जांचकर्मी को जज ने फटकार भी लगाई। वहीं पेशी के दौरान परिसर में आरोपितों के रिश्तेदारों की भीड़ लगी रही। वे सुबह से इंतजार कर रहे थे।

chat bot
आपका साथी