करनाल में विजिलेंस ने पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, जमीन रिकार्ड के लिए मांगी थी रिश्वत
जमीन के रिकार्ड में गलत एंट्री दुरूस्त करने की एवज में चार हजार रुपये रिश्वत लेते पटवारी को पकड़ा गया। विजिलेंस की टीम ने शिकायत मिलने पर पटवारी को रंगे हाथ पकड़ा। आरोपित पटवारी नरेश कुमार कुरुक्षेत्र का रहने वाला है।
इंद्री (करनाल), संवाद सहयोगी। करनाल में विजिलेंस की टीम ने रेड की। जमीन के रिकार्ड में गलत एंट्री को दुरुस्त करने की एवज में चार हजार रुपये रिश्वत लेते हुए एक पटवारी को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों काबू किया है। इस कार्रवाई से पटवार भवन के अन्य कर्मियों में भी हड़कंप मच गया। पटवारी पीड़ित के जमीनी काम के लिए चक्कर कटवा रहा था और फिर रिश्वत की मांग करने लगा। शिकायतकर्ता बीबीपुर ब्राह्मणान वासी राजेश ने शिकायत विजिलेंस काे दी, जिसके बाद निरीक्षक महेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट कुंजपुरा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी की मौजूदगी में यह कार्रवाई करते हुए पटवारी नरेश कुमार को काबू कर लिया।
आरोपित पटवारी लाडवा (कुरुक्षेत्र) के एक गांव का रहने वाला है, जिसकी नियुक्ति 2012 में हुई थी और फिलहाल इंद्री में कार्यरत है। विजिलेंस अधिकारी जय सिंह के मुताबिक गांव बीबीपुर ब्राह्मणान वासी राजेश कुमार ने पटवारी नरेश कुमार पर रिश्वत के तौर पर चार हजार रुपये रिकार्ड में गलत एंट्री को दुरूस्त करने के नाम पर मांगे जाने के आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी।
पीड़ित ने तहसीलदार को रिकार्ड दुरुस्त करवाने संबंधी दरखास्त दी थी। तहसीलदार ने पटवारी को मार्क कर दिया था, लेकिन पटवारी इस पर कार्रवाई की बजाए रिश्वत के लिए उसके चक्कर कटवा रहा था। जिसके चलते एक टीम का गठन किया और कुंजपुरा के खंड एवं पंचायत अधिकारी नरेश कुमार को डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। शिकायतकर्ता को नोटों पर पाऊडर लगाकर दिए गए और जैसे ही उसने पटवारी को ये नोट दिए तो उसे काबू कर लिया गया।
नायब तहसीलदार बलिंद्र का कहना है कि नरेश पटवारी के पास बीबीपुर ब्राह्माण, बदरपुर समेत तीन-चार सर्कल थे। फिलहाल उन्हें पूरी जानकारी नहीं हैं, लेकिन संज्ञान में आया है कि उसे रिश्वत लेते हुए काबू किया गया है।