विद्यार्थियों के लिए गुड न्‍यूज, दो किमी दूर स्कूल जाना होगा आसान, मिलेगी साइकिल

विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब छठी व सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मिलेगी साइकिल। दो किलोमीटर से दूर स्कूल जाना होगा आसान। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने सभी डीईईओ को पत्र लिख दिए साइकिल मेला लगाने के निर्देश।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:34 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:34 AM (IST)
विद्यार्थियों के लिए गुड न्‍यूज, दो किमी दूर स्कूल जाना होगा आसान, मिलेगी साइकिल
छठी व सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मिलेगी साइकिल।

पानीपत, [रामकुमार कौशिक]। पानीपत के राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले (अनुसूचित जाति) के छठी व सातवीं कक्षा के उन विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है, जो गांव से दो किलोमीटर या उससे दूर पढ़ने के लिए जाते हैं। ऐसे छात्र छात्राओं को स्कूल शिक्षा निदेशालय ने साइकिल देने का फैसला लिया है। इसको लेकर निदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा, पंचकुला ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख जल्द से जल्द साइकिल मेले का आयोजन कराने के निर्देश दिए हैं। निदेशालय ने 20 ईंची साइकिल की राशि 2800 व 22 इंच की राशि 3000 रुपये निधार्रित की है। जोकि जीएसटी टैक्स सहित है।

निदेशक के पत्र के मुताबिक राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को साइकिल देने के लिए जिला स्तर पर मेले का आयोजन किया जाता है। लेकिन कोविड-19 के चलते स्कूल बंद रहे। ऐसे में वर्ष 2020-21 में साइकिल मेले का आयोजन नहीं किया जा सका और छठी कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को साइकिल राशि का भुगतान भी नहीं हो सका। अब निदेशालय ने फैसला लिया है कि वर्ष 2020-21 में कक्षा छठी में पढ़ने वाले विद्यार्थी, जोकि इस वर्ष 7वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं। साथ ही जो वर्ष 2021-22 में कक्षा छठी में हुए हैं। जिनके गांव में मिडल स्कूल नहीं हैं और वो दो किलोमीटर या उससे दूर स्थित मिडल या हाई स्कूल में पढ़ने के लिए जा रहे हैं। ऐसे विद्यार्थियों की स्कूल में बनाए रखने के लिए मुफ्त साइकिल प्रदान की जाएगी।

डीईईओ द्वारा किया जाएगा मेले का आयोजन

--डीईईओ द्वारा साईकिल मेले का आयोजन किया जाएगा। जहां डीलर व निर्माता अपने अपने साइकिल के माडल को प्रदर्शित करेंगे।

--लाभार्थी विद्यार्थी अपने स्कूल मुखिया, एसएमसी प्रधान व अभिभावकों के साथ जिला स्तरीय मेले में आकर अपनी पसंद की साईकिल का चुनाव करेंगे। जोकि तय सीमा में उसके स्कूल में उपलब्ध करा दी जाएगी।

--साइकिल के वास्तविक मूल्य व सरकार द्वारा तय देय राशि से अतिरिक्त राशि को विद्यार्थी के अभिभावक वहन करेंगे।

अधिकारी करेंगे बजट की मांग

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मेले का आयोजन करके छात्र छात्राओं द्वारा खरीदी गई साइकिल का पूर्ण विवरण देते हुए विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर शेष बजट की मांग करेंगे। जिसकी पुष्टि डीईईओ स्वयं व बीईईओ तथा संबंधित संस्था के मुखिया द्वारा की जाएगी। विद्यार्थियों तक साइकिल पहुंचने पर संबंधित स्कूल मुखिया ही इसका उपयोगिता प्रमाण पत्र विभाग को प्रस्तुत करेगा। साइकिल मेले को लेकर स्कूल व जिला स्तर पर कमेटियां भी बनाई गई है। मेला लगाने पर विभाग 10 हजार रुपये की अतिरिक्त राशि भी देगा।

स्कूल स्तर पर कमेटी

स्कूल मुखिया --- अध्यक्ष

कक्षा प्रभारी --- सदस्य सचिव

एसएमसी सदस्य --- सदस्य

लाभार्थी विद्यार्थी अभिभावक (पुरुष) -- सदस्य

लाभार्थी विद्यार्थी अभिभावक (महिला) -- सदस्य

जिला स्तरीय कमेटी

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी -- अध्यक्ष

खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी --- सदस्य सचिव

आयोजक विद्यालय का प्रधानाचार्य -- सदस्य

डीएसएस, डीएसएस व एईओ -- सदस्य

लाभार्थी स्कूलों के स्कूल मुखिया -- सदस्य

रिकार्ड एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र

--राशि सभी डीईओ को बीसीओ के आधार पर अलाट कर दी गई है। संबंधित स्कूल मुखिया नियमानुसार स्वीकृति जारी करेगा। विद्यार्थी का पूर्ण विवरण व बैंक खाता सहित प्रफोर्मा भरकर ट्रेजरी को आवेदन प्रस्तुत करेगा। ताकि विद्यार्थी के खाते में राशि जारी की जा सके। वहीं स्कूल स्तरीय खरीद कमेटी एसएमसी के प्रस्ताव को आधार बना संबंधित बैंक को सूचना प्रदान करेगी।

मांगी गई है डिमांड

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बृजमोहन गोयल ने दैनिक जागरण को बताया कि निदेशालय के निर्देशानुसार अनुसूचित जाति के छठी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के लिए साइकिल को लेकर स्कूल मुखियाओं से डिमांड मांगी गई है। साईकिल मुफ्त दी जाएगी।

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