मेरे पुलिस लाइन के कर्जदारों, मुझे माफ करना... यह लिखकर सब्जी वाले ने जान दे दी
पानीपत में पुलिसलाइन में सब्जी बेचने वाले ने नहर में छलांग लगाई। मूल से ज्यादा रकम पर ब्याज दे चुका था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब तक केस दर्ज नहीं हुआ। पत्नी मां और बच्चों को तंग नहीं करने की बात भी लिखी।
पानीपत, जागरण संवाददाता। हरि नगर में रहने वाले जितेंद्र कुमार ने नहर में छलांग लगाकर जान दे दी। वह सिवाह के नजदीक पुलिस लाइन में सब्जी की दुकान करता था। वहीं पर उसने लोगों से ब्याज पर पैसे लिए हुए थे। ब्याज की रकम बढ़ने और कर्जदारों के दबाव के कारण जितेंद्र ने जान दे दी। जाते-जाते सुसाइड नोट भी लिख दिया। इसमें लिखा कि मेरे पुलिसलाइन के कर्जदारों, मुझे माफ कर देना।
जितेंद्र ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने मजबूरी में कुछ लोगों से पैसे लिए थे। इसकी मोटी ब्याज चुकाता था। मूल से भी ज्यादा रकम वह चुका है। लेकिन लोग आज भी इतने पैसे निकाल रहे हैं कि वह देने में असमर्थ है। दस जुलाई तक उसने हर महीने ब्याज दिया है। वह अपाहिज है। अब तो काम भी नहीं रहा।
इतनी हर महीने ब्याज
एक व्यक्ति को 21 हजार, एक को 15 हजार, एक हो 7500 और एक को तीन हजार ब्याज देता था। सुसाइड नोट में लिखा है, पुलिस लाइन के सभी साथियों को हाथ जोड़कर नमस्कार। एक के बारे में लिखा है कि आपने तो मुझे बर्बार कर दिया। लाखों रुपये का सामान लिया। पर्ची बनवाते थे।
मेरे बच्चों को तंग न करें
जितेंद्र ने लिखा है कि मैंने किसी को ब्याज पर रुपये नहीं दिए। अपने बच्चों का ठीक से पोषण नहीं कर सका। मेरे बच्चों और पत्नी, मां को कोई तंग न करे। मेरे कर्जदारों। इतना ब्याज देकर मैंने क्या जोड़ा। मैं तो अपने बाप का कमाया हुआ भी बेच कर आपको दे दिया। मेरे नाम तो मकान भी नहीं है। नहीं तो ये भी बेचकर आपको दे देता।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। सुसाइड नोट की भी जांच कराई जाएगी कि ये जितेंद्र ने लिखा है या नहीं। अभी केस दर्ज नहीं किया गया है।
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