सावधान! बिगड़ी दिनचर्या और खानपान से बढ़ रही यूरिक एसिड की समस्या, अपनाएं ये उपाय

शरीर में प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। यह बाहर के खाने की वजह से होता है। पैरों जोड़ों एड़ियों में दर्द महसूस होने के अलावा इसकी गांठों में सूजन भी हो सकती है। शुगर लेवल का बढ़ना भी इसका ही एक लक्षण है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 09:15 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 09:15 PM (IST)
सावधान! बिगड़ी दिनचर्या और खानपान से बढ़ रही यूरिक एसिड की समस्या, अपनाएं ये उपाय
यूरिक एसिड नियंत्रित करने के लिए खूब पानी पिएं और जैतून तेल खाने में प्रयोग करें।

जागरण संवाददाता, अंबाला। बिगड़ी दिनचर्या और खानपान की वजह से यूरिक एसिड की समस्या उत्पन्न होती है। शरीर में प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। प्यूरिन मुख्यतः स्वीट्स, डेरी प्रोडक्ट, ज्यादातर दूध वाले आइटम में पाया जाता हैं। इसके जोड़ों में दर्द और शरीर में जकड़न महसूस होता है। अगर इसका इलाज सही समय पर न किया जाये तो यह आगे चलकर गठिया, किडनी स्टोन, डायबिटीज और रक्त विकार जैसी कई परेशानिया बढ़ने लगती हैं। इसे कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है।

डा. जितेंंद्र वर्मा बताते हैं कि शरीर में प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनने लगता है। प्यूरिन खाने की चीजों में पाया जाता है। खाने के जरिए यह शरीर में पहुंचता है और फिर खून के जरिये किडनी तक। आम तौर पर यह मूत्र के जरिये शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन कई बार किडनी बेहतर तरीके से काम नहीं करती तो यह मूत्र के जरिये बाहर न निकलकर रक्त में मिल जाती है और यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगता है। डॉ. वर्मा बताते हैं कि पैरों, जोड़ों, एड़ियों में दर्द महसूस होने के अलावा इसकी गांठों में सूजन भी हो सकती है। इसके अलावा ज्यादा देर तक बैठने या उठने पर एड़ियों में दर्द होता है। यह दर्द कई बार बहुत ज्यादा और असहनीय हो सकता है। यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षणों में शुगर लेवल का बढ़ना भी एक लक्षण है।

भरपूर पानी पिएं

यूरिक एसिड से परेशान को दिन में भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। असल में पानी यूरिक एसिड को पतला करने में मदद करता है और किडनी को एक्टिव करता है। इस प्रक्रिया से यूरिक एसिड यूरिन से बाहर हो जाता है। 15 किलो ग्राम वजन पर एक लीटर पानी की मात्रा जरूरी होती है। अपने वजन के हिसाब से खुद तय करें कि आपको प्रतिदिन कितना पानी पीना चाहिये। यदि आपका वजन 60 किलो ग्राम है तो 4 लीटर पानी पीना अनिवार्य है।

आहार में शामिल करें जैतून के तेल

जैतून यानी आलिव आयल बेहद काम की चीज है। अपने खाने में जैतून का तेल इस्तेमाल कर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। जैतूल के तेल में विटमिन ई काफी मात्रा में पाया जाता है, जो यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मददगार साबित होता है।

बेकिंग सोडा कम करेगा यूरिक एसिड

बेकिंग सोडा यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। बेकिंग सोडा शरीर में प्राकृतिक अल्कलाइन स्तर को सामान्य रखने में मदद करता है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि सोडा यूरिक एसिड को और अधिक घुलनशील बना देता है। ऐसा होने पर यूरिक एसिड किडनी के जरिए बाहर आ जाता है। लेकिन ध्यान रखें इस नुस्खे को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। हाई ब्लड प्रशर से पीड़ित लोगों को इस नुस्खे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

अदरक, नींबू है कारगर

यह बताया जा चुका है कि विटामिन सी यूरिक एसिड कम करने में बेहद कारगर होता है। इसमें एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच नीबू का मिला लेते हैं। सुबह खाली पेट 15 दिनों तक लेने से सामान्य रूप से बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाता है। यूरिक एसिड ज्यादा बढ़ा है तो इसे एक महीने तक लिया जा सकता है।

इनके सेवन से करें परहेज

फैटी चीजें और अधिक मीठा, दूध वाले आइटम. खान-पान एवं पेय पदार्थों का सेवन यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में बाधा पैदा कर सकता है। मूंगफली, काजू, बादाम, ज्यादा नमक, मूंग, गोभी, मशरूम, पालक, मछली, चाय या काफी, वनस्पति घी से तैयार खाद्य पदार्थ (ट्रांस फैट), स्वीट ड्रिंक आपका यूरिक एसिड लेवल काफी बढ़ा देगा। यूरिक एसिड बढ़ने पर शराब और इन चीजों का सेवन न करें।

रात में ये चीजें न खाएं

रात के समय दाल और चावल का सेवन कतई न करें। इससे आपके यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाएगा। सुबह दाल का प्रयोग कर सकते हैं लेकिन छिलके वाली दालों से बचना होगा।

गोभी, मटर और भिंडी से करें परहेज

यूरिक एसिड की परेशानी से निजात पाने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को फूलगोभी, पत्तागोभी, हरे मटर, बीन्स, भिंडी और मशरूम खाने से भी परहेज करने की सलाह देते हैं। इसमें प्यूरीन अत्यधिक मात्रा में मौजूद होता है, यह यूरिक ऐसिड का लेवल बढ़ा देते हैं। ऐसे में इनके सेवन से बचना चाहिए।

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