शादी विवाह के आर्डर लेने वाले फंसे

लॉकडाउन की घोषणा से शादी-विवाह के आर्डर लेने वाले व्यवसायी बुरी तरह फंस गए हैं। दुकानें नहीं खुलने और शादियों के रुकने से उन्हें भारी नुकसान होगा। इमरजेंसी से जुड़ी सेवा को ही लॉकडाउन में छूट होगी। अन्य कारोबार बंद रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 09:43 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 09:43 AM (IST)
शादी विवाह के आर्डर लेने वाले फंसे
शादी विवाह के आर्डर लेने वाले फंसे

जागरण संवाददाता, समालखा : लॉकडाउन की घोषणा से शादी-विवाह के आर्डर लेने वाले व्यवसायी बुरी तरह फंस गए हैं। दुकानें नहीं खुलने और शादियों के रुकने से उन्हें भारी नुकसान होगा। इमरजेंसी से जुड़ी सेवा को ही लॉकडाउन में छूट होगी। अन्य कारोबार बंद रहेगा।

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण एक सप्ताह के लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। व्यवसायियों सहित सभी को इसका पालन करना होगा। किसी भी तरह की अनदेखी बर्दाश्त नहीं होगी। रेलवे रोड के कई दुकानदार पहले से ही लॉकडाउन के पक्ष में थे। दुकानें बंद करने को तैयार थे, लेकिन उनके दूसरे साथी इससे सहमत नहीं थे। वीकेंड में भी विगत दो दिनों से आधा बाजार बंद तो आधा खुला था। अचानक लॉकडाउन से मायूस हैं व्यवसायी

अचानक लॉकडाउन से शादी-विवाह के लिए आर्डर लेने वाले व्यवसायियों में मायूसी है। उनका कहना है कि सरकार शुरू से लॉकडाउन नहीं लगाने की बात कह रही थी, जिससे व्यवसायियों ने मिठाई सहित फल, सब्जी, दूध आदि के आर्डर ले रखे थे। उनका कच्चा माल भी आ चुका है। ऐसे में लॉकडाउन से उन्हें भारी नुकसान होगा।

वार्ड-11 रजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी के कुलभूषण अरोड़ा कहते हैं कि मजदूरों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। व्यवसायी पूर्व के लॉकडाउन के नुकसान से निकल नहीं सके हैं। अब दोबारा नुकसान के साथ मजदूरों को राशन, वेतन और भोजन देना उनके लिए मुसीबत बनेगा। अभी गाइडलाइंस नहीं मिलीं

एसडीएम विजेंद्र हुड्डा ने बताया कि अभीतक सरकार से आदेश और मार्गदर्शन नहीं मिले हैं। कोरोना चेन को समाप्त करने के लिए लॉकडाउन जरूरी हो गया था। इसमें सभी की भलाई है। सभी को इसमें सहयोग करना होगा। नियम की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी। अधिकारियों की ड्यूटी लगेगी। कस्बे में पुलिस का पहरा होगा।

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