महाठग, आईओसीएल का डायरेक्‍टर और लाल बत्‍ती का दिखाता रौब, बड़े-बड़े चक्‍कर में फंसे

दिल्‍ली में पकड़ा गया अंबाला का महाठग मनीष का पिता ब्रजभूषण भी ठगी में माहिर था। महाठग का पिता आइओसीएल का डायरेक्टर बन गाड़ी पर लालबत्ती लगा लेता था झांसे में। जींद जिले में पुलिस की हिरासत से हो गया था फरार।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 09:14 AM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 09:14 AM (IST)
महाठग, आईओसीएल का डायरेक्‍टर और लाल बत्‍ती का दिखाता रौब, बड़े-बड़े चक्‍कर में फंसे
अंबाला का महाठग मनीष और उसका पिता ब्रजभूषण।

अंबाला, [दीपक बहल]। दिल्ली पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किए गए मनीष कौल ने पूछताछ मेें अंबाला में दर्ज मुकदमे की परतें खोल दीं। महाठग के पिता बृजभूषण कौल ने इंडियर आयल कारपोरेशन लिमिटेड (आइओसीएल) दिल्ली का डायरेक्टर एचआर वीसी अग्रवाल बनकर 450 लैपटाप खरीदने की डिमांड की, जबकि अंबाला में 20 लैपटाप की ठगी की थी।

आरोपित ने अपनी सफेद रंग की स्काॢपयो पर लालबत्ती और आइओसीएल की प्लेट लगा रखी थी। कारोबारी विजय गोयल के बेटे साथ बृजभूषण करनाल लैपटाप लेने गया। ठगी के बाद पुलिस ने 16 जून 2010 को विजय गोयल की शिकायत पर बृजभूषण के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। 19 जून 2010 को ही बृजभूषण को थाना सूरज पाल, उदयपुर (राजस्थान) पुलिस ने 19 लैपटाप और गाड़ी के साथ गिरफ्तार कर लिया। राजस्थान में बृजभूषण पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने माना कि उसने अंबाला में भी ठगी की है। जो नंबर प्लेट गाड़ी पर लगी थी एमएच04डीएन1101 वह फर्जी पाई गई। अंबाला पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर बृजभूषण को अंबाला लेकर आई।

पूछताछ में आरोपित ने बताया कि एक लैपटाप जींद में उसने बेच दिया था। दो दिन का पुलिस रिमांड लेकर अंबाला छावनी थाना पुलिस के दो कर्मचारी बृजभूषण को लेकर लैपटाप की रिकवरी के लिए जींद लेकर गए। इस दौरान आरोपित पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया, जिसका मुकदमा जींद थाने में दर्ज कराया गया और पुलिस कर्मचारियों पर भी अंबाला कैंट थाना में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया।

आरोपित के चक्कर में पुलिस कर्मचारियों को भी सलाखों के पीछे जाना पड़ा, जबकि बाद में इनको जमानत मिल गई। पुलिस ने बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए अंबाला छावनी के दीप नगर में दिए गए पते पर छापामारी की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। 3 नवंबर 2011 को बृजभूषण को भगोड़ा घोषित कर दिया गया।

पुलिस को बृजभूषण के बारे में कोई सुराग नहीं लग रहा था। इसी बीच दिल्ली में बृजभूषण की गिरफ्तारी की सूचना अंबाला पुलिस को मिली। बृजभूषण कौल के खिलाफ मोती नगर पश्चिम दिल्ली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ, जिसके बाद उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया। 17 फरवरी 2021 को अंबाला पुलिस ने फिर से बृजभूषण को प्रोडक्शन वारंट पर लिया और लैपटाप बरामद करने के लिए फिर जींद रवाना हुई। पूछताछ में पता चला कि लैपटाप जींद नहीं बल्कि दिल्ली में बेचा था और उससे मिले रुपयों से कार में तेल डलवा लिया था। बाद में अंबाला पुलिस फिर से आरोपित को तिहाड़ जेल छोड़ आई।

होटल बतरा पैलेस मे 450 लैपटाप खरीदने की हुई थी डील

रोहित गोयल ने अपने बेटे मोहित को अंबाला छावनी के बतरा होटल में भेजा था, जहां डायरेक्टर एचआर वीसी अग्रवाल बनकर बृजभूषण ने 450 लैपटाप खरीदने की बात कही। कमरा नंबर 103 में रोहित को बृजभूषण ने वीसी अग्रवाल का विजिटिंग कार्ड दिया और कहा कि पेमेंट चंडीगढ़ आइओसीएल से हो जाएगी। इसके बाद आरोपित बीस लैपटाप की ठगी कर फरार हो गया।

जानिए कौन है महाठग

मनीष कौल उर्फ विक्रांत भगत अंबाला का रहने वाला है। मनीष का पिता बृजभूषण कौल है। बृजभूषण कौल 2010 में दिल्ली में आकर रहने लगा था। नाम बदलकर राजेंद्र जे पाल और बेटे मनीष का नाम वरुण रखा था। अब दिल्ली पुलिस मनीष कौल की कुंडली खंगाल रही है। फर्जी वोटर आइडी, पैन कार्ड और आधार कार्ड तक बनवाकर ठगी की है। अंबाला में इस पर कई केस दर्ज हैं।

आरोपित काफी शातिर है और नाम बदलकर वारदात को अंजात देता था। अंबाला में भी बीस लैपटाप खरीदने के बाद ठगी की थी। जींद में पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था, फिर तिहाड़ जेल दिल्ली से उसे प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया।

- धर्मपाल, एसआई अंबाला कैंट थाना

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