अनूठी पहल, कैथल में इस दिवाली स्लम एरिया के गरीब बच्चों की जिंदगी कर रहे रोशन
कैथल में इस दीवाली स्लम एरिया के बच्चों की भी जिंदगी रोशन करने की अनूठी पहल की जा रही है। गरीब बच्चों की आर्थिक मदद के लिए सामाजिक संस्था नर नारायण सेवा समिति ने कदम उठाया है। बच्चे दीये और ग्रीटिंग कार्ड बना रहे हैं।
कैथल, जागरण संवाददाता। चार नवंबर को दिवाली पर्व है। इस पर्व को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। बाजार सज चुके हैं। खरीदार भी पहुंचने लगे हैं। वहीं, स्लम एरिया में रहने वाले गरीब बच्चों की भी जिंदगी इस दीवाली रोशन होगी। गरीब बच्चों के लिए सामाजिक संस्था नर नारायण सेवा समिति ने हाथ बढ़ाया है। बच्चे ग्रीटिंग कार्ड और दीये तैयार कर रहे हैं, जिससे उनको आर्थिक मदद होगी।
झुग्गी झोपड़ियों के बच्चों का सहयोग शहर सामाजिक संस्था नर नारायण सेवा समिति कर रही है। इसके तहत बच्चों द्वारा किए जा रहे कार्य में आने वाले खर्च के निर्वहन भी संस्था द्वारा ही किया जा रहा है। बच्चों द्वारा तैयार किए जा रहे दीये पहले संस्था का सहयोग कर रहे लोगों को धन्यवाद के रूप में दिए जाएंगे। इसके बाद यह दीये उन लोगों को दिए जाएंगे, जिन्हें दिवाली के दिन किसी से मदद की आस रहती है। इसके बाद इससे मिलने वाली राशि से बच्चों की आर्थिक मदद की जाएगी।
बता दें कि श्री नर नारायण सेवा समिति द्वारा शहर की 15 झुग्गियों-झोपड़ियों में भविष्य के डाक्टर व इंजीनियर तैयार कर रही है। इनके माता-पिता को भी उम्मीद है कि भविष्य में उनके बच्चे पढ़ लिख कर बड़े अफसर बनेगें। समिति के संरक्षक राजेश गर्ग ने बताया कि उन्होंने गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए 2008 में सिर्फ रविवार के दिन से शुरुआत की थी, लेकिन उनको यह प्रयास नाकाफी लगा। फिर उन्होंने रोजाना पढ़ाना शुरू किया और किताबें के साथ स्टेशनरी भी देने लगे। 2015 तक आते-आते उन्होंने एक संस्था बना ली। वर्तमान में यहां 700 के करीब बच्चे रोजाना निशुल्क ट्यूशन व कोचिंग ले पा रहे हैं।
दान देने वालों का भी धन्यवाद करने के लिए अपने हाथ से बनाकर दे रहे ग्रीटिंग
शहर के कुछ दानी सज्जन भी इस मुहिम से जुड़े हैं, जो अपनी कमाई में से कुछ हिस्सा इन बच्चों के भविष्य के लिए इस संस्था को दान करतें है। इन बच्चों ने अबकी बार दीपावली पर इन दानी सज्जनों के लिए एक विशेष मुहिम चलाई है। जिसमें अपने हाथ से बनाए मिट्टी के दीपक और ग्रीटिंग कार्ड उन लोगों तक पहुंचा रहे हैं। बच्चों का कहना है कि उनके पास देने के लिए कुछ नहीं है। वह सिर्फ प्यार की भावना से ग्रीटिंग और दीपक के माध्यम से इस दिवाली पर उन्हें मदद के लिए थैंक्स कहना चाहते हैं।
छह पदाधिकारियों समेत 30 सदस्य कर रहे सहयोग
प्रधान राजेश गोयल ने बताया कि संस्थाओं ने कुछ बच्चों को गोद ले भी ले रखा है ओर वो उनका पूरा खर्च भी उठा रहें हैं। इसके अलावा समय समय पर बच्चों को किताबें, स्टेशनरी, कपड़े व जूते भी दिए जा रहे हैं। शहर के काफी लोग अब अपना जन्मदिन भी इन बच्चों के साथ मनाते है। इस समय इस संस्था में कुल 30 सदस्य कार्य कर रहे हैं जो बिलकुल निश्वार्थ भाव से गरीब बच्चों की सेवा में लगे रहते हैं।