न मैसेज आया और न ही मांगा ओटीपी, खाते से निकल गए 70 हजार रुपये, बैंक मैनेजर पर केस

कुरुक्षेत्र के लाडवा का मामला। पिछले साल आठ माह के दौरान खाते से यह राशि निकाली गई। इसका पता भी उपभोक्ता को उस समय लगा जब वह बैंक में कॉपी में एंट्री कराने गया। बैंक मैनेजर ने उपभोक्ता को जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 02:44 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 02:44 PM (IST)
न मैसेज आया और न ही मांगा ओटीपी, खाते से निकल गए 70 हजार रुपये, बैंक मैनेजर पर केस
पीड़ित ने बैंक पर मिलीभगत कर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। लाडवा थाना पुलिस के अंतर्गत एक बैंक उपभोक्ता के खाते से 69614 रुपये निकल गए। हैरानी की बात यह कि उपभोक्ता को न तो कोई मैसेज आया, न किसी ने ओटीप पूछा और न ही कोई खाते की डिटेल पूछी गई। पिछले साल आठ माह के दौरान खाते से यह राशि निकाली गई। इसका पता भी उपभोक्ता को उस समय लगा जब वह बैंक में कॉपी में एंट्री कराने गया। बैंक मैनेजर ने कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई। उपभोक्ता की शिकायत पर लाडवा थाना पुलिस ने बैंक मैनेजर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। 

करनाल के इंद्री निवासी स्वर्ण सिंह ने लाडवा थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी पत्नी का लाडवा के एक राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता है। इस खाते में लगभग 70-80 हजार रुपये जमा थे। उसकी पत्नी ने अपने खाते पर कोई भी ऑनलाइन सुविधा जैसे नेट बैंकिंग, गूगल-पे, फोन-पे, पे-टीएम आदि सुविधा नहीं है। सात अप्रैल को वह इस खाते में पैसे जमा कराने व कॉपी में एंट्री कराने के लिए गया था। एंट्री करने पर पता चला कि उसकी पत्नी के खाते से सारे पैसे निकले हुए थे। जब उसने बैंक से पता किया तो उसे बताया गया कि खाते से फोन-पे, पे-टीएम व गूगल-पे से 16 मई 2020 से 31 दिसंबर 2020 के बीच 69 हजार 614 रुपये निकाले गए हैं। जबकि उसकी पत्नी के पास ऐसी सुविधा है ही नहीं।

बैंक की मिलीभगत से निकाली गई रकम

शिकायतकर्ता का आरोप है कि बिना बैंक में गए उसकी पत्नी के खाते से धोखाधड़ी व बैंक ने मिलीभगत करके यह राशि निकाली गई है। जब उसने बैंक मैनेजर से इस बारे में जानकारी मांगी तो उसे जानकारी नहीं दी गई। शिकायतकर्ता ने बैंक मैनेजर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने व अपनी रकम वापस दिलवाने की मांग की है। पुलिस ने बैंक मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच एसआइ रविंद्र को सौंपी है।

पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी