बेरोजगार युवक ने काम शुरू करने के लिए आनलाइन लोन के लिए आवेदन किया, 70 हजार रुपये ठगे गए

बिशनस्वरूप कालोनी के एक युवक ने लाकडाउन में नौकरी छूटने के बाद इंटरनेट मीडिया पर बजाज फाइनेंस के लोन का विज्ञापन देखकर आनलाइन अप्लाई किया। फिर खुद को फाइनेंस कर्मचारी बताकर ठग ने पहले प्रोसेसिग फीस और फिर रिफंड होने की बात कहकर 70 हजार 15 रुपये खाते में ट्रांसफर करा लिए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 11:31 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 11:31 PM (IST)
बेरोजगार युवक ने काम शुरू करने के लिए आनलाइन लोन के लिए आवेदन किया, 70 हजार रुपये ठगे गए
बेरोजगार युवक ने काम शुरू करने के लिए आनलाइन लोन के लिए आवेदन किया, 70 हजार रुपये ठगे गए

जागरण संवाददाता, पानीपत : बिशनस्वरूप कालोनी के एक युवक ने लाकडाउन में नौकरी छूटने के बाद इंटरनेट मीडिया पर बजाज फाइनेंस के लोन का विज्ञापन देखकर आनलाइन एप्लाई किया। फिर खुद को फाइनेंस कर्मचारी बताकर ठग ने पहले प्रोसेसिग फीस और फिर रिफंड होने की बात कहकर 70 हजार 15 रुपये खाते में ट्रांसफर करा लिए। पीड़ित ने उधार लेकर ठग के खाते में रुपये डाले और ठगी का शिकार हो गया।

बिशन स्वरूप कालोनी के एक युवक ने पुलिस को शिकायत दी कि उसने अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर बजाज फाइनेंस का विज्ञापन देखा था। उसमें लोन के संबंध में लिखा हुआ था। इसलिए उसने आनलाइन एक लाख रुपये का लोन एप्लाई कर दिया। कुछ ही देर बाद उसके मोबाइल पर एक व्यक्ति ने काल कर खुद को बजाज का कर्मचारी बताया। व्यक्ति ने कहा कि आपका एक लाख रुपये का लोन पास हो जाएगा। इसके लिए प्रोसेसिग फीस के रूप में 2650 रुपये जमा करने होंगे। बताए गए खाते में रुपये जमा करा दिए। इसके बावजूद लोन पास नहीं हुआ। ठग का दोबारा काल आया और 8320 रुपये और जमा करने की बात कही। ठग ने विश्वास दिलाया कि यह रकम लोन के साथ ही रिफंड हो जाएगी।

उसे आनलाइन धोखाधड़ी की जानकारी थी, इसलिए उसने आई कार्ड मांगा। ठग ने बजाज फाइनेंस का आईकार्ड उसके इंटरनेट मीडिया अकाउंट में भेज दिया। इससे उसे ठग पर विश्वास हो गया। इसके बाद भी ठग ने खाते से 70 हजार 15 रुपये अपने खाते में डलवा लिए। ठग की डिमांड बढ़ने के बाद युवक को धोखाधड़ी का शक हुआ तो वह गोहाना रोड स्थित बजाज फाइनेंस के कार्यालय में पहुंचा। वहां पता लगा उसके धोखाधड़ी हुई है। लाकडाउन में छूट गई नौकरी

पीड़ित युवक ने बताया कि वह एक निजी कंपनी में क्लर्क था। लाकडाउन के दौरान कंपनी बंद हो गई और उसकी नौकरी छूट गई। वह बेरोजगार है। काम शुरू करने के लिए लोन की जरूरत थी। पीड़ित ने बताया कि उसने दोस्तों व जानकारों से उधर में रकम लेकर ठग के खाते में डलवाई। वह ठगी का शिकार हो गया।

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