हाइटेंशन तार लील रहे जान, तीन बहनों के इकलौते भाई समेत दो युवकों की मौत Panipat News

छज्जों के आगे से गुजर रहे तार से अब देसराज कॉलोनी में हादसा हुआ। तार की चपेट में आने से तीन बहनों का इकलौता भाई सहित दो युवकों की मौत हो गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 11:59 AM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 11:59 AM (IST)
हाइटेंशन तार लील रहे जान, तीन बहनों के इकलौते भाई समेत दो युवकों की मौत Panipat News
हाइटेंशन तार लील रहे जान, तीन बहनों के इकलौते भाई समेत दो युवकों की मौत Panipat News

पानीपत, जेएनएन। देसराज कॉलोनी में हाईटेंशन के करंट से दो युवकों की मौत हो गई। दोनों युवक मकान की छत पर टिन की चद्दर चढ़ा रहे थे। मृतकों में मकान मालिक का बेटा मोहित और रिक्शा चालक शहजान शामिल हैं। इससे आक्रोशित हो कॉलोनीवासियों ने प्रदर्शन कर किला थाने और बिजली निगम के किला सब डिविजन के एसडीओ को शिकायत दी। विभाग पर टूटे खंभों और ट्रांसफार्मरों को ठीक नहीं कराने का आरोप लगाया। 

चांदनी बाग कॉलोनी के मोहम्मद अंसार ने बताया कि उसका बेटा शहजान (24) शुक्रवार सुबह लगभग 8:30 बजे रिक्शा में टिन की चद्दर लेकर  देसराज कॉलोनी स्थित डीएम हाई स्कूल वाली गली में रिशपाल के घर गया था। वहां शहजान और  रिशपाल का बेटा मोहित (22) मकान की छत पर चद्दर चढ़ा रहे थे। घर के बाहर से गुजर रही हाईटेंशन तार चद्दर से छू गई। करंट लगने से दोनों युवकों के हाथों की अंगुलियां और पांव झुलस गए। धमाके के साथ टिन की चद्दर घर के अंदर की तरफ जा गिरी। स्वजनों के छत पर पहुंचने तक दोनों युवकों की मौत हो चुकी थी।

तीन बहनों का इकलौता भाई और परिवार का सहारा था मोहित

स्वजनों ने बताया कि मोहित तीन बहनों का इकलौता भाई था। वह सिलाई कर परिवार का गुजारा चला रहा था। पिता रिशपाल लंबे समय से बीमार हैं। मां और छोटी बहन दिव्यांग हैं। हादसे के बाद कॉलोनी में मातम छा गया। मोहित की मां और बहनें बार-बार बेहोश हो रही थीं। 

सुना तेज धमाका, नीचे उतरा तो लोगों की भीड़

पड़ोसी सुरेश ने बताया कि सुबह 9 बजे वह घर की छत पर था। तेज धमाका सुनाई दिया। बाहर की तरफ देखा तो रिशपाल के घर के बाहर भीड़ लगी थी। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद हादसे का पता चला। 

लोगों को नहीं दिखा चद्दर के नीचे दबा शहजान

हादसा होते ही परिजनों के हाथ पांव जवाब दे गए। पड़ोसियों ने  मोहित को उठाया और अस्पताल की तरफ दौड़ पड़े। चद्दर के नीचे दबे रिक्शा चालक शहजान पर किसी की नजर नहीं गई। दोबारा घटनास्थल देखने आए लोगों को शहजान दिखाई दिया। हादसे की सूचना सनौली रोड स्थित दुकान संचालक को दी।

पिता अंसार खो बैठे सुध-बुध

हादसे की सूचना मिलने पर शहजान के पिता अंसार साथी मजदूरों संग सामान्य अस्पताल पहुंचे। बेटे की मौत का पता चलते ही उसने सुधबुध खो दी। कभी रोने लगता तो कभी चुप हो जाता। बार-बार लोगों से एक ही सवाल पूछता कि क्या मेरा बेटा मर गया? स्वजनों ने बताया कि शहजाद दो माह पहले ही काम पर आया था। पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर का था।

कितनी बार कहा था हटवा दो, मेरे बेटे को खा गए तार

मोहित की मां बार-बार कह रही थीं कि कितनी बार बिजलीकर्मियों को शिकायत दी, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। आज तक हाईटेंशन तार नहीं हटे। आज इन्होंने मेरे घर के चिराग को बुझा दिया। मेरे फूल से बेटे का रंग काला कर दिया। 

घरों में दौड़ रहा करंट

कॉलोनीवासी सन्नी ने दिखाया कि घटनास्थल के 100 मीटर के दायरे में तीन ट्रांसफार्मर रखे हैं।  खंभे जर्जर हो चुके हैं। जो घरों की दीवारों के सहारे खड़े हैं। धुंध पडऩे और बरसात होने पर दीवारों में करंट दौड़ता है। आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा आज दो युवकों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा। 

तीन महीने हाईटेंशन तार से हो चुके हादसे  

- 3 सितंबर 2019 को अधमी का विजय बिजली ठीक करने का परमिट लेकर लाइन ठीक कर रहा था। अधिकारियों ने लापरवाही के चलते सप्लाई चालू कर दी। करंट लगने के कारण उसका हाथ काटना पड़ा था।

- 6 सितंबर को निंबरी गांव में पवन (39) की छत पर फोल्डिंग डालते समय करंट से मौत हो गई थी।

- 22 नवंबर को हरि सिंह चौक पर ममेरे भाई की शादी में आया बागपत का अंकुश हाईटेंशन तार की चपेट में आने से झुलस गया था।

-पिछले सप्ताह समालखा की गांधी कॉलोनी में हाईटेंशन तार टूटने से गली में खड़े दुपहिया जल गए थे।

- 4 दिसंबर को गोहाना रोड स्थित रेलवे अंडरपास के निकट झाडिय़ों में लगभग 25 वर्षीय युवक का झुलसा हुआ शव मिला था। युवक का हाथ हाईटेंशन लाइन को छू गया था।

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