यमुनानगर में 250 हेक्टेयर में बनेगा ट्रांसपोर्ट नगर, फिर सड़कों पर नहीं चलेगी वर्कशॉप

यमुनानगर-सहारनुपर मार्ग हो या फिर छछरौली रोड दोनों ओर सड़कों पर ट्रक चालकों का कब्जा है। मरम्मत भी यहीं होती है और सामान्य दिनों में भी यहीं खड़े रहते हैं। यमुनानगर- सहारनपुर मार्ग पर हमीदा बस स्टॉप से लेकर यमुना पुल तक दोनों ओर ट्रकों खड़े रहते हैं।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Mon, 01 Feb 2021 02:02 PM (IST) Updated:Mon, 01 Feb 2021 02:02 PM (IST)
यमुनानगर में 250 हेक्टेयर में बनेगा ट्रांसपोर्ट नगर, फिर सड़कों पर नहीं चलेगी वर्कशॉप
वर्कशॉप के कारण यमुनानगर में जाम लगा रहता है, जिससे निजात मिल जाएगा।

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। यमुनानगर का वर्ष-2041 का डेवलपमेंट प्लान का ड्राफ्ट प्रकाशित हो चुका है। 250 हेक्टेयर पर पांजुपुर में ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की योजना भी प्लान में शामिल है। यमुनानगर-जगाधरी जैसे औद्योगिक शहर के लिए यह बड़ी राहत होगी। हालांकि एक बार पहले भी सहारनपुर रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की योजना बनी थी, लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाई। ट्रांसपोर्ट नगर न होने का खामियाजा शहरवासियों व नेशनल हाईवे पर वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। हाईवे ट्रकों की वर्कशाप बनकर रह गए हैं। ऐसे में न केवल आवागमन बाधित हो रहा है, बल्कि सड़क हादसों की भी आशंका बनी रहती है। ट्रांसपोर्ट नगर बनने से इन समस्याओं का समाधान हो सकेगा। 

सड़क के दोनों ओर ट्रकों का कब्जा

यमुनानगर-सहारनुपर मार्ग हो या फिर छछरौली रोड दोनों ओर सड़कों पर ट्रक चालकों का कब्जा है। मरम्मत भी यहीं होती है और सामान्य दिनों में भी यहीं खड़े रहते हैं। यमुनानगर- सहारनपुर मार्ग की बात की जाए तो हमीदा बस स्टॉप से लेकर यमुना पुल तक दोनों ओर ट्रकों खड़े रहते हैं। करीब आधी सड़क पर उनका कब्जा है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जाने के लिए लोग इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। शहर में प्रवेश करते ही वाहनों की गति धीमी हो जाती है। कई बार तो कई घंटे तक जाम लगा रहता है। 

इसलिए ट्रकों की संख्या अधिक

जिले में माइनिंग जोन व बड़ी औद्योगिक इकाइयां होने के कारण ट्रकों की संख्या अधिक है। ट्रक मालिकों और चालकों का कहना है कि ट्रांसपोर्ट नगर न होने से हाईवे के किनारे ट्रक खड़ा करना उनकी मजबूरी है। नुकसान उनका भी होता है। यदि उनको अपना ट्रक खड़ा करने के लिए निर्धारित स्थान मिल जाए तो उनकी समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है। हाइवे पर एक तो साइडों में ट्रक खड़े रहते हैं, दूसरा लाइट की व्यवस्था न होने के कारण परेशानी अधिक बढ़ जाती है। मार्ग के बीचोबीच पोल अवश्य लगे हुए हैं, लेकिन दिखावा बनकर रह गए हैं। पोल कहीं टेढ़े हो चुके हैं तो कहीं से चोरी हो चुके हैं। रात के समय हाईवे पर अंधेरा पसर जाता है। डिवाइडर तक की स्थिति ठीक नहीं है।

सरकार से मंजूरी मिलने का इंतजार 

यमुनानगर के जिला नगर योजनाकार(डीटीपी) अमित मधोलिया का कहना है कि जिला के 2041 डेवलेपमेंट प्लान में शहर में ट्रांसपोर्ट नगर बनाया जाना प्रस्तावित है। सरकार से मंजूरी मिलते ही इस पर काम शुरू होगा।

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