कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे ट्रैक पर स्पीड बढ़ाने की कवायद, 90, 110 किमी प्रति घंटा दौड़ेंगी ट्रेनें
कुरुक्षेत्र नरवाना रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की कवायद शुरू की गई है। कैथल में इसके लिए रेलवे ने काम भी शुरू कर दिया है। तीन साल पहले नरवाना-कुरुक्षेत्र रेलवे मार्ग पर केवल 65 की गति से ट्रेनें चलती थीं।
कैथल, जागरण संवाददाता। रेलवे की तरफ से भी यात्रियों को अच्छी सुविधाएं देने के लिए पिछले कई वर्षों से लगातार कार्य किया जा रहा है। तीन साल पहले ही कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे ट्रैक पर रेलवे ने विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया था। जिसका उद्देश्य समय की बचत करना था।
अब इसी कड़ी में रेलवे ने कुरुक्षेत्र-नरवाना ट्रैक पर स्पीड बढ़ाने की कवायद शुरू की है। जिसके तहत इस मार्ग के बीचों-बीच स्थित कैथल में ट्रैक पर मरम्मत का कार्य चल रहा है। इस कार्य के तहत यहां पर रेलवे की तरफ ट्रैक की मेंटनेंस करने के लिए एक गाड़ी को भेजा गया है। इस गाड़ी के साथ छह इंजीनियर भी यहां पहुंचे हैं। बता दें कि यह पिछले एक सप्ताह से कैथल रेलवे स्टेशन के अधीन आने वाले स्टेशनों पर रेलवे लाइन की मरम्मत का कार्य करने में जुटी है।
110 किलोमीटर प्रति घंटा गति करने का रखा गया है लक्ष्य
नरवाना-कुरुक्षेत्र रेलवे मार्ग पर तीन वर्ष पहले केवल 65 से 75 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से रेल चलती थी। विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद यह गति बढ़कर 90 हो गई है। परंतु अब रेलवे ने इस मार्ग पर 110 किलोमीटर प्रति घंटा गति करने का लक्ष्य रखा है। इस कार्य के तहत कलायत से कैथल की तरफ और कुरुक्षेत्र की ढांड की तरफ से 10-10 किलोमीटर तक पटरी को भी बदला गया है।
अभी चल रही एक पैसेंजर और एक एक्सप्रेस ट्रेन
बता दें कि कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे ट्रैक पर कोरोना महामारी के बाद से ही पैसेंजर ट्रेनें बंद है। अभी केवल यहां पर एक पैसेंजर और एक एक्सप्रेस ट्रेन संचालित की जा रही है। इसमें जींद-कुरुक्षेत्र और दौलतपुर चौक-साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन चल रही है। यह ट्रेन आना-जाना करती है।
उत्तर रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर जेके अरोड़ा ने बताया कि कुरुक्षेत्र-नरवाना रेलवे ट्रैक पर गति बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत ट्रैक पर मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के तहत 20 प्रतिशत तक कार्य पूरा कर लिया गया है। अभी गति बढ़ाने के लिए करीब एक साल तक लगातार कार्य किया जाएगा।