Kisan Rail Roko Andolan Update: रेलवे की प्लानिंग से ट्रेनें रुकी स्टेशनों पर, हरियाणा में 44 जगह पटरी पर डटे रहे किसान
Kisan Rail Roko Andolan Update हरियाणा में किसानों का रेल रोका आंदोलन शांतिपूर्ण रहा। इस दौरान रेलवे बेहतर प्लानिंग से कार्य किया और ट्रेनों को विभिन्न स्थानों पर रोक दिया। इससे यात्रियों को कम दिक्कत का सामना करना पड़ा। राज्य में किसान 44 जगह रेल ट्रैकों पर डटे रहे।
अंबाला, [दीपक बहल]। Kisan Rail Roko Andolan: किसानों के रेल रोका आंदोलन के दौरान रेलवे की प्लानिंग ने यात्रियों को बड़ी परेशानी से बचा लिया। हरियाणा से 60 ट्रेनों को निकलना था, इसकी प्लानिंग की गई कि किस ट्रेन को कहां रोका जाएगा और इसी के तहत ट्रेनों को रोक दिया गया। आंदोलन के दौरान प्रदेश में 44 जगहों पर किसान पटरियों पर डटे रहे , लेकिन एक दो जगह छोड़ कहीं भी इंजन पर खड़े होकर उन्हें फोटोशूट करवाने का मौका नहीं मिला। रेलवे की प्लानिंग के मुताबिक ट्रेनों को पहले ही बड़े स्टेशनों पर रोक लिया गया। बीचोंबीच कोई भी ट्रेन खड़ी नहीं हो पाई।
हरियाणा से गुजरने वाली 60 ट्रेनों की सूची बनाकर काम करना रहा राहत भरा
उधर, अंबाला-दिल्ली रेलमार्ग पर शाहपुर गांव के पास रिटायर्ड सेना कर्मी ने आरपीएफ पोस्ट प्रभारी श्याम सुंदर के हाथ में गुलाब दिया। इसके बार रिटायर्ड फौजी ने आंदोलन की शुरुआत की और पटरी पर डट गए। हालांकि 60 ट्रेनों में से करीब आठ ट्रेनें ही प्रभावित हुई, जबकि अन्य को दूसरे राज्यों में ही रोक लिया गया। स्टेशनों पर रुकी ट्रेनों में यात्री तो परेशान हुए, लेकिन कई यात्री स्टेशनों से टैक्सी कर आगे के लिए रवाना हो गए।
चार बजे इंजन दौड़कर की गई क्लीयरेंस की जांच, फिर शुरू हुआ ट्रेनों का आवागमन
सायं चार बजे सिर्फ इंजन को रेलवे के अलग-अलग सेक्शनों में दौड़ाया गया। बाद में क्लीयरेंस मिलती गई, उस रूट पर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया। प्रदेश में कहीं भी तोड़फोड़ या अन्य घटना की सूचना नहीं है। हालांकि, ट्रेन चार बजे तक रोकी गई लेकिन ट्रेनों को आगे दौड़ाने की क्लीयरेंस मिलने पर आधा घंटा ओर लग गया।
चार घंटे की परेशानी के लिए मानसिक रूप से तैयार थे यात्री
रेल रोको आंदोलन की जानकारी पहले से ही थी, जिसके चलते जहां रेलवे ने अपनी तैयारी कर ली थी, वहीं कुछ यात्रियों ने टिकट रद किए, तो कुछ नहीं चार घंटे की परेशानी झेलने के लिए स्वयं को तैयार कर लिया था। गोरखपुर से लुधियाना जाने वाले हरेंद्र परिवार के चार सदस्यों के साथ अंबाला कैंट स्टेशन पर जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस में फंसे रहे। उनका कहना था कि बड़ी मुश्किल से कंफर्म टिकट मिला और अब उसे रद कराते तो रुपये अलग कटते और फिर से कंफर्म टिकट मिलता, इसकी गारंटी नहीं थी। इसलिए चार घंटे स्टेशन पर रुकने के लिए मानसिक रूप से तैयार थे। इस तरह से कई यात्रियों ने यह भी तैयारी की थी कि जहां ट्रेन रुकेगी वहां से आगे टैक्सी से जाएंगे।
ट्रेनों का संचालन शुरू, शांतिपूर्ण रहा आंदोलन
उत्तर रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल आईजी एसएन पांडेय ने कहा कि पांचों मंडलों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन हुआ है। यात्रियों को परेशानी जरूर हुई है, जबकि चार बजे के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका है। एक सवाल के जवाब में आईजी ने कहा कि अभी कहीं रेलवे एक्ट का मामला दर्ज नहीं किया गया है। पहले ट्रेनों का संचालन प्राथमिकता है।
---------
'' प्रदेश में कहीं से भी किसी तरह की अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है। कहीं भी तोड़फोड़ की भी सूचना नहीं मिली है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे और जिला पुलिस व रेलवे सुरक्षा बल का सहयोग रहा। डीएसपी रैंक के अधिकारियों की स्टेशनों पर और दमकल की गाड़ी व एंबुलेंस के बंदोबस्त किए गए थे।
- संगीता कालिया, एसपी, जीआरपी हरियाणा।
यह भी पढ़ें: देखें Video: रोहतक में महिला ने हाेशियारी से बचाई जान, ऊपर से गुजरी ट्रेन और खरोंच तक नहीं आई
यह भी पढ़ें: पंजाब में एक करोड़ के 'परमवीर' पर आया सलमान खान का दिल, जानें मालिक ने क्यों किया बेचने से इन्कार
हरियाणा की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें