Tokyo Olympics : भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्‍तान रानी रामपाल के पिता ने कहा, हार नहीं, प्रयास की जीत

भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही ग्रेट ब्रिटेन ने मात दी लेकिन उनके परिजन इसे जीत की तरह सेलिब्रेट कर रहे हैं। कप्‍तान रानी रामपाल के पिता ने कहा कि बेटियां हारी नहीं बल्कि उनके प्रयास की जीत हुई है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 09:50 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 09:50 AM (IST)
Tokyo Olympics : भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्‍तान रानी रामपाल के पिता ने कहा, हार नहीं, प्रयास की जीत
मैच के बार कुरुक्षेत्र में पत्रकारों से बात करते कप्‍तान रानी के पिता रामपाल।

कुरुक्षेत्र, (एएनआइ)। ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम इतिहास रचने से चूक गईं। ग्रे‍ट ब्रिटेन से मिली हार के बाद भी टीम में शामिल खिलाडि़यों के परिजनों ने इसे बेटियों के प्रयासों की जीत करार दिया। हॉकी कप्‍तान रानी रामपाल के पिता रामपाल ने कहा कि बेटी आएगी तो उसका खुशी खुशी विजेता की तरह स्‍वागत करेंगे। आज उनके प्रयासों से हाॅकी में रुचि रखने वाली बेटियों को प्रेरणा मिली है।

हरियाणा से नौ खिलाड़ी भारतीय महिला हॉकी टीम से खेल रही हैं। ग्रेट ब्रिटेन ने भारत को 4-3 से हराया। इसमें कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की तीन बेटियां रानी रामपाल बतौर कप्‍तान, नवनीत और नवजोत ओेलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम से खेल रही थीं। रानी रामपाल के पिता रामपाल ने कहा कि सरकार ने इनाम राशि देकर बेटियों का मान बढ़ाया है। इससे खिलाडि़यों को हौसला मिलेगा। हरियाणा सरकार लगातार खिलाडि़यों के लिए बेहतर काम कर रही है। इससे खिलाडि़यों को प्रोत्‍साहन मिलता रहेगा।

ओलिंपिक में मिली हार पर रामपाल ने कहा कि ये एक हार है। इससे ज्‍यादा कुछ नहीं। अब हाॅकी में लगातार मेडल आएंगे। हॉकी सीख रहीं बेटियों को इससे प्रेरणा मिलेगी। बेटियों ने देशवासियों का दिल जीत लिया है। उन्‍होंने कांटे की टक्‍कर दी है। बेहतरीन खेल खेला है। हमें उन पर गर्व होना चाहिए।

टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक के लिए मैदान में उतरी भारतीय महिला हाकी टीम ने मैच के अंतिम क्षणों तक कड़ा संघर्ष किया। महिला हाकी टीम की कप्तान रानी रामपाल के पिता रामपाल ने कहा कि भारत की बेटियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया है। मैच में अंतिम समय तक हमारी टीम पूरे जी जान से खेली है। भारतीय टीम का मैच देखकर अगली पीढ़ी में नई उम्मीदों का संचार हुआ है। देश की बेटियों ने हाकी में भारत का सालों पुराना गौरव लौटाया है। आज पूरे विश्व ने भारतीय बेटियों के जज्बे को देखा है। अब नई पीढ़ी इस गौरव को और बढ़ाएगी। वह शाहाबाद में अपने घर पर मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

भारतीय महिला हाकी टीम में कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की तीन खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इन खिलाड़ियों के माता-पिता और पड़ोसी अल सुबह उठकर पूजा अर्चना करने के बाद टीवी के सामने जम गए थे। भारतीय टीम ने मैदान में उतरते ही बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। मैच के दौरान खिलाड़ियों के परिवार के सदस्य टीवी पर टकटकी लगाए जमे रहे। अंतिम समय तक टीम के हौसले ने सभी खेल प्रेमियों को गदगद कर दिया। सेंटर फारवर्ड खिलाड़ी नवनीत कौर के पिता बूटा सिंह और नवजोत कौर के पिता सतनाम सिंह ने भी कहा कि बेटियों ने ओलिंपिक में शानदार खेल का प्रदर्शन किया है। अंतिम समय तक जिस तरह बेटियां मैदान में पूरे जोश के साथ डटी रही, वह काबिले तारीफ है। टीम ने खेल को अपना सौ फीसद दिया। जब तक मैच चलता रहा खिलाड़ियों की माताएं भी मन ही मन भगवान से जीत के लिए प्रार्थना करती रही।

chat bot
आपका साथी