मानसून के तूफानी आगाज से शहर लॉक
-46एमएम बारिश ने उमस भरी गर्मी से दिलाई राहत -बिजली के पोल टूटने से 20 घंटे में आपूर्ति नहीं हुई सुचारू -जगह-जगह पानी भरा ड्रेन नंबर एक ओवर फ्लो -फैक्ट्रियों के शैड उड़ने से करोडो़ं का नुकसान -तापमान में पांच डिग्री की गिरावट जागरण संवाददाता पानीपत मानसून आने के बाद पहली सबसे तेज बारिश शनिवार और रविवार रात की रात दो बजे हुई। पानीपत जिले में बारिश के साथ-साथ तेज तूफान आने से जगह-जगह बिजली के पोल उखड़ गई। बिजली लाइनों पर पेड़ टूट कर पड़ गए। तूफान के कारण लोगों का काफी नुकसान उठाना पड़ा। कुराड़ बरसत रोड काबड़ी रोड में फैक्ट्रियों की शैड़ उड़ गए। उद्योगों में मशीनों में पानी भर गया। कच्चा माल तैयार माल भी खराब हुआ। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश की संभावना है। बारिश आने से तापमान में गिरावट बारिश आने से तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। 3
जागरण टीम, पानीपत :
लॉकडाउन में कैद हुआ शहर अनलॉक में खुला तो मानसून के तूफानी आगाज ने एक बार फिर सड़कों को लॉक कर दिया। शनिवार की आधी रात को गरज-गरजकर मेघ बरसे। शहर में 46 एमएम बारिश दर्ज की गई। 70 किलोमीटर की रफ्तार से चली आंधी ने तो 80 से ज्यादा बिजली के खंभे उखाड़ दिए। हालात ये हैं कि 24 घंटे से आधे शहर में बिजली नहीं है। नैन गोशाला का शेड उखड़ने से कई गोवंश घायल हो गए। थर्मल एरिया में दो भैंसों की मौत हो गई। कुराड़, बरसत रोड, काबड़ी रोड में फैक्ट्रियों के शेड उड़ गए। उद्योगों में मशीनों में पानी भर गया। कच्चा और तैयार माल भी खराब हुआ। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में अब बारिश के आसार हैं।
बारिश आने से तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। 38 से गिरकर अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहा। लोगों को उमस से थोड़ी राहत मिली है।
कुराड़ रोड पर मिक कंबल फैक्ट्री का शेड उड़ा
कुराड़ में मिक कंबल की फैक्ट्री बीएसबीआर ओवरसीज एलएलपी का शेड उड़ गया। शेड उड़ने मशीनों में पानी भर गया। वहीं बरसत रोड पर पुष्प फैब्रिक्स का शेड टूट गया। माल गोदाम में शेड टूटने से पानी भर गया।
बाजारों में भरा पानी, टूटे साइन बोर्ड
हैंडलूम बाजार एसडी कॉलेज रोड, पचरंगा बाजार, इंसार बाजार, पालिका बाजार में पानी भर गया। बाजारों में अनेक साइन बोर्ड टूटकर गिर गए। दुकानदारों ने बताया कि दिन में यदि तूफान आता तो जान-माल का नुकसान हो सकता था। कुटानी, काबड़ी रोड, कच्चा कैंप, नूरवाला स्कूल के आसपास, कॉलोनियों में शाम तक भी पानी नहीं उतर पाया। दिनभर नगर निगम की टीमें टूटे हुए पेड़ हटवाने में जुटी रही।
इसमें पानीपत का नक्शा लगा सकते हैं
ब्लॉक स्तर पर बारिश की स्थिति
पानीपत : 46 एमएम
समालखा : 32 एमएम
बापौली : 20 एमएम
मतलौडा : 20 एमएम
इसराना : 15 एमएम
करोड़ों का नुकसान, प्रबंध करने होंगे
रोटर स्पिनर्स एसोसिएशन के प्रधान प्रीतम सचदेवा का कहना है कि बारिश तूफान से शहर के उद्यमियों का करोड़ों का नुकसान हुआ है। बिजली आपूर्ति ठप पड़ने से सरकार से जो बिजली खरीद रखी थी उसका नुकसान हुआ है। हर बार हल्की से बारिश हवा में बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है। अन्य देशों में ऐसा नहीं होता। इसके लिए पर्याप्त प्रबंध करने होंगे।